देहरादून: देहरादून बदरी-केदार में दैनिक व विशेष पूजा की आनलाइन बुकिंग को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की वेबसाइट पर केदारनाथ धाम में विभिन्न पूजा के लिए अब तक 362 तो बदरीनाथ धाम में 3,213 श्रद्धालु बुकिंग करा चुके हैं।
बदरीनाथ धाम में पूजा के लिए आनलाइन बुकिंग एक अप्रैल और केदारनाथ धाम में सात अप्रैल से शुरू हुई। पूजा संबंधित श्रद्धालु के तीर्थ पुरोहित संपन्न कराते हैं। पूजन सामग्री मंदिर समिति उपलब्ध कराती है। आफलाइन बुकिंग दोनों धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू होगी। केदारनाथ के कपाट 25 और बदरीनाथ के 27 अप्रैल को खोले जाने हैं। बदरीनाथ धाम में बुकिंग को बीते वर्षों की भांति इस बार भी तीन काउंटर लगाए जा रहे हैं।
इस तरह आप भी करा सकते हैं बुकिंग
- नाम व गोत्र के आधार पर होती है पूजा पूजा के लिए श्रद्धालुओं को बुकिंग के दौरान नाम, गोत्र व शहर का नाम दर्ज कराना पड़ता है।
- संबंधित पूजा का भी उल्लेख करना होता है।
- श्रद्धालु नाम व गोत्र से ही पूजा संपन्न होती हैं।
- जो तीर्थ यात्री मंदिर में उपस्थित नहीं हो सकते, उनके पते पर मंदिर समिति प्रसाद भेज देती है।
- पूजा के लिए मंदिर समिति की वेबसाइट https://badrinath-kedarnath.gov.in पर बुकिंग करानी होती है।
बीते वर्ष 41 हजार ने कराई विशेष पूजा
बीते वर्ष बदरीनाथ धाम में दैनिक व विशेष पूजा के लिए 23 हजार श्रद्धालुओं ने आनलाइन बुकिंग कराई थी। जबकि, केदारनाथ धाम में 18 हजार श्रद्धालुओं ने विशेष पूजा कराई। इनमें 112 ने महाभिषेक, 272 ने रुद्राभिषेक, 14816 ने षोडशोपचार और शेष ने अन्य पूजा करवाईं। गर्भगृह में मंदिर समिति के पुजारी विशेष पूजा संपन्न कराते हैं।
केदारनाथ में एक बुकिंग में तीन लोग कर सकते पूजा
परिवार के सभी सदस्य विशेष पूजा कराना चाहते हैं तो इसके लिए सामूहिक बुकिंग की जाती है। केदारनाथ धाम में पूर्व में पूजा बुक कराने वाले परिवार के पांच सदस्यों को गर्भगृह में जाने की अनुमति थी, लेकिन अब एक बुकिंग पर तीन सदस्यों को ही अनुमति दी जाती है। परिवार में अधिक सदस्य होने पर उन्हें अलग समूह के रूप में पूजा करानी होती हैं। इसके लिए शुल्क भी अलग से जमा कराना होता है।
बदरीनाथ में होने वाली दैनिक और विशेष पूजा
बदरीनाथ में होने वाली दैनिक और विशेष पूजा
विशेष पूजा के लिए आनलाइन बुकिंग शुरू हो चुकी है। विशेष पूजा की दर बढ़ाने के लिए शासन में प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन इसे स्वीकृति नहीं मिली। धाम में वर्ष 2017 से विशेष पूजा की दर में कोई वृद्धि नहीं हुई है।-अजेंद्र अजय, अध्यक्ष, श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति