देहरादून। उत्तराखंड में बर्फबारी के बाद से बंद चल रहे जोशीमठ-औली मार्ग और ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे खुलने से पर्यटकों और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। आठ दिनों से बंद पड़े जोशीमठ-औली मोटर मार्ग को लोनिवि ने वाहनों की आवाजाही के लिए दोपहर को खोल दिया है।
12 और 13 दिसंबर को हुई भारी बर्फबारी के बाद से औली सड़क अवरुद्ध पड़ी थी। लोनिवि ने जेसीबी और 25 मजदूरों की मदद से आठ दिन बाद सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया है।
हालांकि अभी भी कई जगहों पर आवाजाही में वाहनों के टायर फिसल रहे हैं। उप जिलाधिकारी अनिल चन्याल ने बताया कि औली सड़क से बर्फ हटाकर वाहनों की आवाजाही शुरू करवा दी गई है।
35 घंटे बाद खुला ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे
ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर 35 घंटे बाद यातायात बहाल हो पाया। हाईवे पर बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली। ऑल वेदर परियोजना निर्माण के दौरान नरेंद्रनगर पुरानी चुंगी के समीप पहाड़ कटिंग के वक्त 18 दिसंबर दोपहर एक बजे हाईवे यातायात के लिए बाधित हो गया था।
हालांकि पुलिस प्रशासन ने छोटे वाहनों का संचालन बाईपास पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (पीटीसी) मार्ग से शुरू कर दिया था। लेकिन बड़े वाहनों की आवाजाही न होने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
खासतौर पर ट्रकों का संचालन न होने से टिहरी जिले के अधिकांश क्षेत्रों में रसद और सब्जियों की सप्लाई नहीं हो पा रही थी। बृहस्पतिवार देर रात 10.45 बजे बीआरओ को हाईवे खोलने में कामयाबी मिली।