बागेश्वर: बिना अवकाश अस्पतालों से नदारत तीन डाक्टरों के विरुद्ध कार्रवाई तय हो गई है। जिलाधिकारी ने शासन को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। वहीं डीएम की कार्रवाई के बाद से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। डीएम ने कहा कि जन स्वास्थ्य को लेकर किसी भी प्रकार की हीलाहवाली स्वीकार नहीं होगी।
जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि जनता की लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं। अस्पताल में डाक्टर नहीं मिल रहे हैं। जिसे गंभीरता से लिया गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए एसडीएम को औचक निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं।
उपजिलाधिकारी कपकोट पारितोष वर्मा ने बीते नौ अप्रैल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बदियाकोट का औचक निरीक्षण किया। वहां तैनात डा. आकाश कुमार अनुपस्थित पाए गए। उपस्थिति पंजिका में डा. कुमार के तीन मार्च से हस्ताक्षर नहीं थे। वह बिना पूर्व सूचना और सक्षम अधिकारी की अनुमति बगैर अस्पताल से अपनुस्थित चल रहे हैं।
इसी तरह एसडीएम गरुड़ राजकुमार पांडे ने बीते 18 अप्रैल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ का औचक निरीक्षण किया। जहां डेंटल सर्जन डा. निशा गोस्वामी, स्त्री रोग (प्रसूति) विशेषज्ञ, डा. सपना राजपूत हफ्तों से नदारत मिले। चिकित्सालय कर्मियों से पूछे जाने पर बताया गया कि डा. निशा गोस्वामी छह अप्रैल को दो दिन के आकस्मिक अवकाश पर गई थीं। जो उच्चाधिकारी से स्वीकृत नहीं था। डा. सपना 11 से 13 अप्रैल तक आकस्मिक अवकाश पर थी, जो निरीक्षण दिवस 18 अप्रैल तक अनुपस्थित थीं।
डीएम ने कहा कि जन स्वास्थ सरकार व जिला प्रशासन की प्राथमिकता में है। चिकित्सकों के इस तरह बगैर अनुमति के अनुपस्थित रहना अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही है। उन्होंने तीनों चिकित्सको के विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए सचिव को पत्र प्रेषित किया।