हरिद्वार। योगगुरु बाबा रामदेव एलोपैथिक को लेकर पूर्व में दिए अपने बयान से पलट गए हैं। अब उनका कहना है कि एलोपैथी और एलोपैथिक चिकित्सकों का वह भरपूर सम्मान करते हैं और यही नहीं पतंजलि योगपीठ भविष्य में एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज का निर्माण करेगा और एलोपैथिक एमबीबीएस डॉक्टर बनाएगा। उन्होंने कहा था कि वह चिकित्सा पद्धति और चिकित्सकों को धरती पर भगवान का स्वरूप मानते हैं। उन्होंने कहा कि यह सारा विवाद एक गलतफहमी का नतीजा है, जिन बातों को लेकर उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं, वह उनके बयान ही नहीं थे। इसी तरह उन्होंने कहा कि वह ईसाई, इस्लाम, ब्राह्मण और शूद्र आदि जाति या धर्म को लेकर कोई विभेद या भेदभाव नहीं करते। उन्होंने कहा कि बावजूद इसके उन्होंने न सिर्फ इन मुद्दों पर खेद प्रकट किया, बल्कि क्षमा भी मांग ली है। फिर भी विवाद को तूल दिया जा रहा है। योग गुरु बाबा रामदेव ने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि एलोपैथी के सर्वश्रेष्ठ और आयुर्वेद के सर्वश्रेष्ठ को लेकर एक साथ एक ऐसी पैथी विकसित की जाए जो सर्व सुलभ हो और अचूक हो।
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