ऋषिकेश। देश के संविधान रचियता भारत रत्न बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर के जन्मदिवस पर महापौर ने उनका भावपूर्ण स्मरण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर महापौर ने कहा कि बाबा साहेब सिर्फ समाज के दबे कुचले वर्ग के उत्थान के लिए ही नहीं, बल्कि महिलाओं के अधिकारों के भी बड़े पक्षधर थे। बाबा साहेब की जन्मदिवस पर नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं ने अंबेडकर चौक पर उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का संपूर्ण जीवन देश के शोषित एवं वंचित रहे लोग को अधिकार दिलाने के प्रति समर्पित रहा। वह इस राष्ट्र के सच्चे नायक थे। वह आजीवन एक समतामूलक समाज के लिए संघर्ष करते रहे।
वे ऊंच-नीच पर आधारित समूची जातिगत व्यवस्था का ही ध्वंस चाहते हैं। वे महिलाओं के समान अधिकारों के भी मजबूत पक्षधर थे। महिलाओं के अधिकारों के लिए ही हिन्दू कोड बिल के सवाल पर उन्होंने कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था।
वे गैर-बराबरी पर आधारित इस समाज व्यवस्था के स्थान पर समानता पर आधारित नई समाज व्यवस्था चाहते थे। वह सदैव देशवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे।
इस दौरान अनिल ध्यानी, मनोज सहाल,पंकज शर्मा, विजय बडोनी, विजेंद्र मोगा, रजनी बिष्ट, गुड्डी कलुढा, चंद्रेश्वर यादव, रंजन अंतराल, जयप्रकाश ठेकेदार ,संजय प्रेम सिंह बिष्ट आदि मोजूद रहे।