देहरादून-जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के औचक निरीक्षण के दौरान हुआ खुलासा,फर्जी आधार कार्ड बनवा कर 94 नाबालिक बच्चो से करवाया जा रहा था काम,सेलाकुई डिक्सन कंपनी और ठेकेदार पर सेलाकुई थाने में मुकदमा हुआ दर्ज।
खबर देहरादून से है जहां आधार कार्ड से उम्र बढ़ाकर बाल श्रम करवाना फैक्ट्री प्रबंधन व 5 एजेंटों को महंगा पड़ा जी हां सेलाकुई थाना क्षेत्र के डिक्सन टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और ठेकेदारों के खिलाफ मामले में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिविल जज नेहा कुशवाहा के नेतृत्व में कंपनी पर छापेमारी हुई और 94 बच्चो के आधार कार्ड फर्जी पाए गए ।।
राजधानी देहरादून के सेलाकुई थाना क्षेत्र में प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में औचक निरीक्षण के दौरान इस बात का खुलासा हुआ है दरअसल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने 25 नवंबर 2020 को कंपनी का औचक निरीक्षण किया और 94 बालिकाओं को चिन्हित कर उनके आधार कार्ड और सर्टिफिकेट की गहनता से जांच की मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए मिली जानकारी के मुताबिक डिक्सन कंपनी में ठेकेदार बालिकाओं के फर्जी आधार कार्ड बनाकर उनकी उम्र को ज्यादा बताया कर वहाँ काम करवा रहे थे और उनसे 12 –12 घंटे अवैध रूप से बाल श्रम करवाया जा रहा था ।।
मामले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की जांच में इस बात का खुलासा हुआ और सेलाकुई थाना क्षेत्र में ठेकेदार और कंपनी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है वही मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है और मामले में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा है सी ओ प्रेमनगर को मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया है मामले में कोई कोताही नही बरती जाएगी ।
मामले पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की जज नेहा कुशवाहा ने कहा कि 94 बच्चों के आधार कार्ड और सर्टिफिकेट जांच में फर्जी मिले है छोटे बच्चो की उम्र को आधार कार्ड में ज़्यादा दर्शाया गया है इस बाबत सेलाकुई थाना क्षेत्र में तहरीर दी गई है मामला बेहद ही गंभीर है अन्य और बच्चों के आधार कार्ड फर्जी मिलने की आशंका भी ऐसे में जताई जा तरही हैं अब ऐसे में जल्द ही डिक्सन कंपनियों के साथ सेलाकुई स्थित अन्य कंपनियों पर भी जिला विधिक प्राधिकरण द्वारा छापेमारी की जा सकती है मतलब साफ है कि सेलाकुई स्थित बाल श्रम करवाने वाली अन्य कंपनियों पर भी जल्द ही बड़ी कार्रवाई हो सकती है