देहरादून। उत्तराखंड सीनियर पुरुष टीम में बतौर स्टैंडबाय खिलाड़ी के रूप में शामिल हिमांशु शैली पर बीसीसीआइ ने जन्म प्रमाण पत्र के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में दो साल का प्रतिबंध लगाया है। बीसीसीआइ की स्क्रीनिंग में हिमांशु शैली के दो जगहों से अलग-अलग जन्मतिथि वाले जन्म प्रमाण पत्र मिले हैं। अब दो साल तक हिमांशु बीसीसीआइ और उससे संबद्ध किसी भी राज्य संघ से नहीं खेल पाएंगे।
बीसीसीआइ के अंतरिम सीइओ हेमांग अमीन ने सीएयू के सचिव महिम वर्मा को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि हिमांशु शैली ने सत्र 2018-19 में मणिपुर क्रिकेट एसोसिएशन से खेलने के लिए दिल्ली नगर निगम से 27 नवंबर 1991 का जन्म प्रमाण पत्र लगाया था। अब सत्र 2020-21 में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड से खेलने के लिए हिमांशु शैली ने नगर पंचायत गौचर से 27 नवंबर 1993 का जन्म प्रमाण पत्र लगाया है।
सीएयू ने सभी खिलाडिय़ों का ऑनलाइन पंजीकरण किया, जिसके बाद बीसीसीआइ ने खिलाड़ियों की स्क्रीनिंग की तो हिमांशु शैली के दोनों जन्म प्रमाण पत्र सामने आ गए। ऐसे में बीसीसीआइ ने हिमांशु शैली को जन्म प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ करने का आरोपित मानते हुए दो साल का प्रतिबंध लगाया है। जिसे 18 फरवरी 2021 से लागू बताया है।
टीम में भी चयनित हो गए थे हिमांशु
हिमांशु शैली नगर पंचायत गौचर से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाकर सीएयू के ट्रायल प्रक्रिया में शामिल हुए। हिमांशु शैली का चयन उत्तराखंड सीनियर टीम में भी हो गया था। हिमांशु शैली बतौर स्टैंडबाय खिलाड़ी के रूप में टीम में शामिल थे और टीम के साथ चेन्नई भी गए थे।