उत्तराखंड, लगातार तीसरे साल बुजुर्गों के रहने के लिए सुरक्षित राज्य बना है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि कई अपराधों में पिछले साल की तुलना में गिरावट आई है जबकि प्रदेश में साइबर अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
देशभर में वरिष्ठ नागरिकों के साथ हुए अपराध के आंकड़ों पर नजर डालें तो कई राज्यों में हालात चिंताजनक हैं। वर्ष 2018 में देश में वरिष्ठ नागरिकों से जुड़े अपराध 24,349 थे जो कि 2019 में 27,804 पर पहुंच गए। 2020 में यह आंकड़े 24,794 रिकॉर्ड किए गए।
वहीं देश में सबसे ज्यादा वरिष्ठ नागरिकों के साथ अपराध की बात करें तो महाराष्ट्र में 2020 में सर्वाधिक 4909 मामले दर्ज किए गए। मध्य प्रदेश 4602 मामलों के साथ दूसरे और गुजरात 2785 मामलों के साथ तीसरे स्थान पर है। वरिष्ठ नागरिकों के साथ सबसे कम अपराध के हिसाब से देखें तो मणिपुर में सात, असम में छह, झारखंड में दो, मेघालय में तीन, सिक्किम में दो और उत्तराखंड में चार मामले दर्ज किए गए।
उत्तराखंड में अपराधों पर एक नजर
अपहरण के मामले
2018- 1177
2019 – 967
2020 – 768
महिलाओं के साथ अपराध
2018 -2817
2019 – 2541
2020 – 2846
वरिष्ठ नागरिकों के साथ अपराध
2018- 6
2019- 6
2020- 4
साइबर अपराध
2018 -171
2019 – 100
2020 – 243
भ्रष्टाचार के मामले
2018 – 17
2019 – 13
2020 – 14
आर्थिक अपराध
2018 – 1528
2019 – 1341
2020 – 1245
बच्चों के साथ अपराध
2018 – 1306
2019 – 1214
2020 – 1066
मानव तस्करी के मामले
2018 – 29
2019 – 20
2020 – 9
अनुसूचित जाति के साथ अपराध
2018 – 58
2019 – 84
2020 – 87
अनुसूचित जनजाति के साथ अपराध
2018 – 7
2019 – 8
2020 – 13
रेलवे से जुड़े अपराध
जीआरपी के मामले
2018 – 209
2019 – 169
2020 – 44
आरपीएफ के मामले
2018 – 6225
2019 – 5206
2020 – 1339