बेकाबू संक्रमण को रोकने के लिए दोपहर दो बजते ही गिरने लगे दुकानों के शटर

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देहरादून। बेकाबू होते जा रहे कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए बुधवार दोपहर जैसे ही घड़ी में दो बजे राजधानी देहरादून की दुकानों के शटर गिरने लगे। कहीं-कहीं दुकानें खुली थीं, जिन्हें बाद में पुलिस ने बंद करवाया। इतना ही नहीं शराब की दुकानें दो बजे के बाद भी खुली दिखाई दीं। प्रदेश में बेकाबू होते जा रहे कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने पाबंदियां बढ़ा दी हैं।

बुधवार से पूरे प्रदेश में शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू होगा। जरूरी चीजों को छोड़कर अन्य चीजों की दुकानें दोपहर दो बजे तक ही खुली रहीं। वहीं, सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। मुख्य सचिव ओमप्रकाश की ओर से जारी मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) में सरकार ने तालाबंदी शब्द से परहेज किया है, लेकिन तरीके तालाबंदी के ही अपनाए हैं।

प्रदेश में आने पर अब कोविड जांच की 72 घंटे पहले तक की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है। इसके साथ ही स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर भी पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है।

सार्वजनिक वाहनों में 50 प्रतिशत क्षमता का उपयोग, जिम, तरणताल, स्पा आदि की पूर्ण बंदी लागू की गई है।

समारोहों में अधिकतम 100 लोगों की उपस्थिति के नियम को लागू रखा गया है। यह एसओपी 30 अप्रैल तक के लिए लागू की गई है।

प्रदेश में प्राइमरी से लेकर महाविद्यालय तक के सभी सरकारी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।

प्रदेश सरकार ने कहा है कि अग्रिम आदेशों तक इन सभी को बंद रखा जाएगा। इनमें आईटीआई सहित कोचिंग इंस्टीट्यूट भी शामिल हैं। पढ़ाई ऑनलाइन होगी।

एसओपी में साफ कर दिया गया है कि जिले में पुलिस विभाग को छोड़कर तैनात विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों की छुट्टियां अब जिलाधिकारी स्वीकृत करेंगे। निदेशालयों के स्तर पर आदेश जारी नहीं होंगे।

एसओपी में फिर स्पष्ट किया गया है कि कुुंभ के क्षेत्र और समय में कोई बदलाव नहीं है।

हरिद्वार में और रुड़की में दोपहर 2:00 बजे के बाद मेन बाजार, सिविल लाइंस और नारसन में दुकानें बंद कर दी गईं। 

 कोरोना कर्फ्यू

 कोरोना कर्फ्यू के बाद हल्द्वानी में बनभूलपुरा का क्षेत्र बंद पड़ा है।

 

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