देहरादून । किमाड़ी गांव में धावा बोलने वाले बदमाश बैंकों में सिक्योरिटी गार्ड का काम करते थे। ग्रामीणाें को भगाने के लिए आरोपियों ने तमंचे से फायर भी किया था, जो मिस हो गया। पुलिस ने बदमाशों से असलहे भी बरामद किए। दोनों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया। इनमें एक आरोपी बीएससी का छात्र बताया गया है। एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बुधवार को मीडिया को बताया कि मंगलवार रात किमाड़ी गांव में कुछ बदमाश एक दुकान में चोरी करने की नीयत से घुस गए थे। ग्रामीणों द्वारा घेरने पर बदमाश उन्हें असलाह दिखाते हुए भाग खड़े हुए थे। सूचना पर एसपी सिटी श्वेता चौबे और सीओ मसूरी अरविंद सिंह रावत के नेतृत्व में थाना कैंट, मसूरी और आसपास के थानों की पुलिस ने घेराबंदी कर कांबिंग की।
अलग-अलग रेकी कर टारगेट चिह्नित करते थे
देर रात पुलिस ने दोनों बदमाशों को पकड़ लिया। बदमाशों से मोटर साइकिल, एक तमंचा, एक कारतूस, एक धारदार चाकू, ताला व शटर आदि तोड़ने के औजार, दुकान से चोरी किया गया सामान और 2110 रुपये बरामद हुए। बदमाशों की पहचान ग्राम पाली, थाना पाली हरदोई, उत्तर प्रदेश के हरिओम मिश्रा (20) और वेदप्रकाश त्रिवेदी के रूप में हुई। दोनों वर्तमान में मालसी, राजपुर में रह रहे थे।
एसएसपी के मुताबिक दोनों बैंक में सिक्योरिटी गार्ड हैं। हरिओम मिश्रा राजपुर में स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक परिसर में छह-सात साल से केयरटेकर का कार्य करता है। जबकि वेद प्रकाश गोल्डन मनोर कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड है। दोनों किसी घटना को अंजाम देने से पहले अलग-अलग रेकी कर टारगेट चिह्नित करते थे।