उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को जेनेरिक दवाइयों की जगह ब्रांडेड दवाइयां लिखना डॉक्टरों को भारी पड़ेगा। यदि किसी डॉक्टर की ओर से पर्ची पर ब्रांडेड दवाई लिखी जाती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने आदेश जारी किए हैं।
केंद्र और राज्य सरकार की ओर से आम लोगों को सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश में विभिन्न सरकारी अस्पतालों में जन औषधि केंद्र खोले गए हैं।स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने भी जेनेरिक दवाइयां लिखने को लेकर विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए थे। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने आदेश जारी कर सभी जिला चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए कि अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को जेनेरिक दवाइयां ही लिखी जाएं। यदि किसी डॉक्टर की ओर से मरीजों को ब्रांडेड कंपनियों की दवाइयां लिखी गईं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।