उत्तराखंड में देहरादून जिले में ब्लैक फंगस के छह और मरीज मिले हैं। अब तक प्रदेेश में मरीजों की संख्या 198 हो गई है। जबकि 15 मरीजों की मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार देहरादून जिले में छह मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। 24 घंटों में किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। देहरादून जिले में ब्लैक फंगस के कुल मरीजों की संख्या 181 हो गई है। जबकि नैनीताल जिले में नौ और ऊधमसिंह नगर जिले में एक मरीज का उपचार चल रहा है।ब्लैक फंगस मरीजों के इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश सबसे बड़ा केंद्र है। यहां अब तक 121 मरीज भर्ती हो चुके हैं। देहरादून, नैैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिले में कुल मरीजों की संख्या 198 हो गई है। 13 मरीज स्वस्थ हुए हैं।सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में ब्लैक फंगस के दो संदिग्ध मरीज भर्ती हुए हैं। एसटीएच में कोविड पॉजिटिव तीन मरीजों की रविवार को मौत हो गई। एसटीएच के एमएस डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि पीलीभीत निवासी 45 वर्षीय युवक और नैनीताल निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग को एसटीएच में भर्ती कराया गया है। दोनों में ही ब्लैक फंगस के लक्षण हैं और पुष्टि के लिए सैंपल जांच को भेजा गया है।एसटीएच में ब्लैक फंगस के कुल 11 मरीज भर्ती हैं। इनमें नौ की रिपोर्ट पॉजिटिव है, जबकि दो संदिग्ध है। अब तक ब्लैक फंगस के चार संदिग्ध रोगियों की मौत हो चुकी है। इसमें एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जबकि तीन की रिपोर्ट का इंतजार है। ब्लैक फंगस में प्रयोग होने वाले इंजेक्शन की दो हजार वॉयल हैं। एसटीएच में कोविड से हल्द्वानी के दो और ऊधमसिंह नगर के एक मरीज की मौत हुई है। कोविड पॉजिटिव 172 मरीज भर्ती हैं और 25 की हालत अतिगंभीर है, जबकि 60 गंभीर हैं।