देहरादून: भंडारी बाग रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण की अंतिम बाधा भी दूर होने लगी है। सिंचाई विभाग द्वारा भंडारी बाग के छोर पर नहर की शिफ्टिंग का काम काफी हद तक पूरा कर लिया है। 15 दिन के भीतर शिफ्टिंग पूरी करने का दावा किया गया है। इसके साथ ही निर्माण कंपनी इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स इंडिया लि. (ईपीआइएल) ने पिलर निर्माण भी शुरू कर दिया है।
भंडारी बाग आरओबी के निर्माण का सपना वर्ष 2013 में देखा गया था। तब यह परियोजना खटाई में पड़ गई थी। लंबे इंतजार के बाद 28 जुलाई 2021 को परियोजना का शिलान्यास हुआ। हालांकि, पेड़ कटान, बिजली के खंभों, पेयजल लाइन व नहर की शिफ्टिंग के चलते निर्माण में विलंब होता रहा। नहर को छोड़कर बाकी शिफ्टिंग एक-डेढ़ माह पहले कर दी गई थी। क्षेत्रीय विधायक विनोद चमोली की नाराजगी के बाद सिंचाई विभाग ने भी इस दिशा में तेजी दिखाई।
कार्यदायी संस्था ईपीआइएल के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक अजीत कुमार के मुताबिक भंडारी बाग की तरफ 48 पाइलिंग में से 44 का काम पूरा कर दिया गया है। वहीं, दो पिलर की कैपिंग भी शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही अन्य पिलर खड़े करने का काम भी शुरू किया जा रहा है। वहीं, रेसकोर्स के छोर पर काम अपेक्षाकृत तेज गति से चल रहा है। यहां सभी 30 पाइलिंग का काम पूरा कर लिया गया है। इसके साथ ही चार पिलर पर कैपिंग शुरू कर दी गई है। परियोजना की सभी बाधा लगभग दूर हो गई हैं। काम को तय लक्ष्य के हिसाब से ही पूरा किया जाएगा।
परियोजना पर एक नजर
लंबाई- करीब 550 मीटर
लागत- 47.15 करोड़ रुपये (यूटिलिटी शिफ्टिंग सहित)
मूल लागत-38.62 करोड़ रुपये
यूटिलिटी शिफ्टिंग-4.53 करोड़ रुपये
कार्य पूरा करने का लक्ष्य- मार्च 2023
आरओबी से यह मिलेगा लाभ
यह आरओबी भंडारी बाग से रेसकोर्स चौक के पास तक जाएगा। इस तरह सहारनपुर रोड से प्रिंस चौक और हरिद्वार रोड के बीच आवागमन करने वाले वाहनों के लिए यह वैकल्पिक माध्यम हो जाएगा। इस तरह वाहन चालकों को आढ़त बाजार के जाम से निजात मिलेगी और सहारनपुर रोड पर वाहनों का दबाव भी कुछ कम हो पाएगा। इसी तरह कारगी चौक व देहराखास क्षेत्र की तरफ से प्रिंस चौक व उससे सटे क्षेत्रों को जाने वाले वाहनों को भी आसान व वैकल्पिक माध्यम मिलेगा।