देहरादून। आखिरकार लंबे मंथन के बाद भाजपा ने तीन जिलाध्यक्षों के नाम घोषित कर दिए, जबकि हरिद्वार में अभी भी पेच बरकरार है। इन जिलाध्यक्षों में सीताराम भट्ट (देहरादून महानगर), रमेश चैहान (उत्तरकाशी) व शिव अरोड़ा (ऊधमसिंहनगर) शामिल हैं।
प्रदेश में भाजपा के 14 सांगठनिक जिले हैं। संगठनात्मक चुनाव के तहत पूर्व में भाजपा ने 10 जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी थी, लेकिन शेष चार जिलों उत्तरकाशी, ऊधमसिंहनगर व हरिद्वार में दो-दो नाम उभरकर सामने आए थे। तमाम समीकरणों के कारण इन जिलों के अध्यक्ष के लिए आम सहमति नहीं बन पाई थी।
लगातार चले मंथन के बाद आखिरकार पार्टी ने इन चार जिलों में से हरिद्वार को छोड़ बाकी तीन के जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी। बताते हैं कि पार्टी नेतृत्व ने मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष समेत वरिष्ठ नेताओं से विमर्श के बाद चुनाव अधिकारी ने तीन जिलाध्यक्षों के नाम पर अंतिम मुहर लगाई। उधर, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख डॉ. देवेंद्र भसीन ने बताया कि हरिद्वार जिला इकाई के अध्यक्ष के नाम की घोषणा भी जल्द कर दी जाएगी।
पुनीत मित्तल पर सीता राम भट्ट को तरजीह
भाजपा महानगर अध्यक्ष पद पर कड़े मुकाबले के बाद सीताराम भट्ट ने बाजी मार ली है। प्रदेश आला कमान ने पुनीत मित्तल पर भट्ट को तरजीह दी है। सीताराम भट्ट मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और महापौर सुनील उनियाल गामा के करीबी माने जाते हैं। कहा जा रहा है कि इसीलिए पार्टी ने उन पर ज्यादा विश्वास जताया।
भाजपा महानगर अध्यक्ष पद पर सीता राम भट्ट और पुनीत मित्तल के बीच सीधा मुकाबला था। तमाम समीकरणों पर गौर करने के बाद भट्ट के नाम पर मुहर लगाई गई। महानगर अध्यक्ष पद पर भाजपा ने पहली बार किसी गैर पंजाबी या गैर वैश्य व्यक्ति को चुना गया है।
सीताराम 1982 में 12 वर्ष की उम्र में ही आरएसएस से जुड़ गए थे। 1986 उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। संगठन ने 1987 में उन्हें वार्ड महामंत्री की जिम्मेदारी सौंपी। 2000 में उन्हें वीरचंद गढ़वाली मंडल का मंत्री बनाया गया। इसके बाद 2004 में उन्हें महानगर स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ के सह संयोजक की जिम्मेदारी दी गई। उनके समर्पण भाव को देखकर संगठन ने वर्ष 2016 में महानगर उपाध्यक्ष बना दिया।
सीताराम भट्ट ने महानगर अध्यक्ष चुने जाने के लिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के करीबी होने का लाभ लेने के आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि उनकी काबिलियत को देखकर ही संगठन ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी है। सीताराम की पत्नी गृहिणी हैं। उनका एक बेटा नेवी में तैनात है। दूसरा बेटा व एक बेटी लॉ कर रही है। भट्ट के महानगर अध्यक्ष बनने की घोषणा के बाद से ही उनके आवास पर जश्न का माहौल है।