भाजपा के दस विधायक बीएड बेरोजगारों के समर्थन में आए

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देहरादून। विधानसभा उपाध्यक्ष समेत भाजपा के दस विधायकों ने बेसिक शिक्षक भर्ती को बीएड की वर्षवार सीनियरटी व गुणांक की श्रेष्ठता के अनुसार करने की पैरवी की है। इस संबंध में विधायकों ने सीएम और शिक्षा मंत्री को पत्र भेजे हैं। बीएड टीईटी प्रशिक्षित महासंघ इस मांग को लेकर बीते 448 दिन से आंदोलनरत है। विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान, विधायक बलवंत सिंह भौर्याल, दिलीप सिंह रावत, चंदनराम दास, सहदेव पुंडीर, दीवान सिंह बिष्ट, विनोद चमोली, राजेश शुक्ला, डॉ. प्रेम सिंह राणा,भरत सिंह चैधरी ने टीईटी प्रशिक्षित बेरोजगारों की मांग का समर्थन किया है। मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को भेजे पत्र में विधायकों ने कहा है कि 29 जुलाई 2019 को बेसिक शिक्षक नियमावली संशोधित हो चुकी है। अब सरकार इस नियमावली के अनुसार, बीएड प्रशिक्षण वर्ष की ज्येष्ठता और गुणाकों कि श्रेष्ठता के आधार पर चयन प्रक्रिया शुरू करने पर विचार करे।

दूसरी तरफ, शुक्रवार को भी बीएड प्रशिक्षित शिक्षा निदेशालय में धरने पर बैठे। प्रदेश महासचिव बलबीर बिष्ट ने कहा कि टीईटी प्रमाणपत्र की वैधता एक तय समय तक होती है। वर्ष 2011 की टीईटी प्रमाणपत्र की वैधता की पात्रता खत्म हो चुकी है। वर्ष 2013 का टीईटी प्रमाणपत्र भी जल्द ही अमान्य हो जाएगा। इससे बेरोजगारों के सामने बड़ा संकट आ खड़ा हुआ है। सरकार को चाहिए कि जिस भी स्तर पर प्रक्रिया बाधित है, उसे निस्तारित कर जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करे। धरने में प्रीति पुष्पावन, गरिमा बुटोला, चंद्र सिंह रावत, मनमोहन सिंह, श्रीपाल सिंह, दिनेश कोहली, सुनील सिंह, मनोज रावत आदि मौजूद रहे।

बेरोजगारों के पक्ष में भेजी सिफारिश

सीएम और शिक्षा मंत्री को पत्र भेज संशोधित नियमावली से नियुक्ति की सिफारिश की
टीईटी के प्रमाणपत्रों की वैधता भी धीरे धीरे खत्म होने से बेरोजगार है ज्यादा परेशान

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