देहरादून । उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता करने वाले 103 नेताओं और कार्यकर्ताओं को भाजपा अब तक संगठन से बाहर का रास्ता दिखा चुकी है। इतना ही पार्टी ने अपने एक विधायक को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। भाजपा के पंचायत चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बनें और उसने अनुशासन का डंडा जमकर चलाया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट कहते हैं, ‘निष्कासन की कार्रवाई से पार्टी ने साफ कर दिया कि वो अनुशासन के मामले में कोई समझौता नहीं करेगी।
विधायक तक को नोटिस देने के सवाल पर उनका कहना है, अनुशासन के मामले में पार्टी के लिए न तो कोई बड़ा है न छोटा। कोई कितने भी बड़े पद पर क्यों न हो, यदि अनुशासन की हद पार करेगा तो पार्टी पूरी सख्ती के साथ पेश आएगी।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख डॉ. देवेंद्र भसीन के मुताबिक, अनुशासन पार्टी में सर्वोपरि है और इसी सिद्धांत के आधार पर पार्टी ने पंचायत चुनाव के दौरान उन लोगों को पर पूरी सख्ती के साथ कार्रवाई की हैं।
जिन्होंने संगठन के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के दौरान अब तक 103 लोगों को निष्कासित किया जा चुका है। इनमें कई पार्टी की अहम दायित्वों का निर्वहन कर रहे थे।