उत्तराखंड में चुनावी समर से कुछ समय पहले दोनों मुख्य दलों ने चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।भाजपा जहां प्रधामंत्री मोदी से लेकर अमित शाह और जेपी नड्डा जैसे दिग्गजों की सभाओ के कार्यक्रम करवाने की तैयारी में जुट गयी है साथ ही जिले वार बैठकों का भी दौर शुरू हो चूका है तो वहीँ कांग्रेस ने भी अपनी नयी टीम की घोषणा कर दी है,जिसमे युवा चेहरे गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष जिम्मेदारी बके साथ हरीश रावत को चुनाव संचालन समिति का मुखिया बनया गया है हलाकि कांग्रेस में इस घोषणा के बाद विरोध के स्वर भी उठ रहे है,कुल मिलाकर आगामी चुनाव से पहले जोड़तोड़ और सियासी समीकरणों को बैठाने की कोशिशे तेज हो गयी है,दोनों पार्टियां अपनी अपनी जीत का दम्भ भर रही है। आम आदमी पार्टी के चुनाव एलान के बाद अब उत्तराखंड में मुकाबला त्रिकोणीय होने वाला है अब देखना ये है कि आगामी चुनाव का ऊंट किस तरफ करवट लेता है।
प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं होने वाले हैं एक तो पार्टी के सामने वर्ष 2017 जैसा प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है।तब भाजपा ने विधानसभा की 70 में से 57 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया था लेकिन तब से अब तक सियासी नजरिये से परिस्थितियां बदली हैं। प्रदेश सरकार में दो बार नेतृत्व परिवर्तन हो चुका है, जबकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को भी बदला गया है। इन सब परिस्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की परीक्षा भी होनी है, साथ ही जनता की चौखट पर जाने के दौरान भाजपा को सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के सवालों से भी दो-चार होना पड़ सकता है।ऐसे में प्रदेश में बने सियासी समीकरणों के बीच कांग्रेस को जित की उम्मीद जगी है.नई टीम घोषित होने के बाद अब कांग्रेस के सामने इस सम्भवना को जीत में तब्दील करने की चुनौती है लेकिन नई टीम बनने के बाद एक बार फिर गुटबाजी और विरोध कांग्रेस में पैदा होने लग गया है,ऐसे में कांग्रेस कितनी टक्कर भाजपा को देगी ये आने वाला वक्त बताएगा।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने हलाकि सभी चीजों को ठीक थक बताया और कहा कि जो जिम्मेदारी हाईकमान ने दी है उसको सभी पूरी निष्ठा के साथ पूरा करंगें और कांग्रेस को सत्ता में लाएंगे।भाजपा पर भी उन्होंने हमला किया और कहा कि भाजपा को अपना घर संभालना चाहिए,चार साल में उन्होंने प्रदेश को तीन मुख़्यमंत्री देने के आलावा कोई कार्य नहीं किया है और जनता उनको हटाने का मन बना चुकी है।
आम आदमी पार्टी की चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद जिस तरह से आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में लगातार जनाधार बढ़ा रही है उससे आने वाला मुकाबला त्रिकोणीय होने वाला है,केजरीवाल की 300 यूनिट बिजली फ्री का वादा से जिस तरह से राजनीती गरमाई और जिस तरह से पार्टी लगातार जनसम्पर्क और सदस्य्ता अभियान में जुटी है उससे आने वाला चुनाव निश्चय ही काफी दिलचस्प होने वाला है। कांग्रेस की गुटबाजी को देखते हुए आप पार्टी को अपनी भूमिका भी काफी मजबूत नजर आ रही है पार्टी प्रवक्ता नवीन किरसाली ने कांग्रेस में गुटबाजी पर ये तक कह डाला कि बड़ी मुश्किल से पार्टी हाईकमान ने नई टीम की घोषणा की है ये टीम पार्टी हित में कम और नेताओं के हित अधिक है इससे भविष्य में व्यक्तिगत टकराव अधिक बढ़ेगा।