सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो को लेकर पार्टी ने किया था जवाबतलब
देहरादून। भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ ने प्रदेश पार्टी कार्यालय को अपना जवाब सौंप दिया है। पार्टी ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधि के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया था। पार्टी ने काऊ को जवाब देने के लिए तीन दिन दिए थे। उन्होंने निर्धारित समय से एक दिन पहले अपना जवाब दे दिया। पार्टी प्रदेश मीडिया प्रमुख डॉ. देवेंद्र भसीन नोटिस का जवाब मिलने की पुष्टि की है।
जवाब में उन्होंने क्या लिखा, यह फिलहाल रहस्य है। पूछे जाने पर काऊ ने कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ये उनके घर का मामला है, वे कुछ नहीं कहेंगे। नोटिस मिलने के बाद से काऊ रक्षात्मक हो गए हैं। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट ने मामले को बहुत गंभीरता से लिया है
भट्ट को जिला पंचायत चुनाव में खड़े भाजपा समर्थित प्रत्याशियों ने शिकायत की है कि काऊ उनके खिलाफ काम कर रहे हैं। इसके प्रमाण के रूप में उन्होंने एक ऑडियो उपलब्ध कराया है। उनका दावा है कि ऑडियो में आवाज उमेश काऊ की है और जो बातचीत वे कर रहे हैं, वो पार्टी विरोधी गतिविधियों के दायरे में आता है। इस शिकायत के बाद प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भंडारी ने काऊ को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया था। अब काऊ का जवाब प्राप्त होने के बाद सबकी निगाहें पार्टी के फैसले पर लगी है।
चैंपियन जितने कमजोर नहीं हैं काऊ
पार्टी के भीतर ही एक वर्ग ऐसा है जो ये मानता है कि काऊ के खिलाफ संगठन उतनी सख्ती से पेश नहीं आएगा जितनी सख्ती उसने विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के मामले में दिखाई थी। मौजूदा प्रकरण में काऊ चैंपियन जितने कमजोर नहीं माने जा रहे हैं।
जवाब को लेकर कयासबाजी शुरू
विधायक काऊ के जवाब दिए जाने के बाद अब उसे लेकर सियासी हलकों में कयासबाजी शुरू हो गई है। सूत्रों का मानना है कि काऊ अपने पक्ष में यह दलील दे सकते हैं कि उनके चुनाव क्षेत्र में जिपं चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने एक बार भी उन्हें प्रचार में नहीं बुलाया।
वे पार्टी नेतृत्व को यह सबूत भी दे सकते हैं कि पार्टी समर्थित प्रत्याशियों के पोस्टरों और बैनरों से वे पूरी तरह गायब हैं। इसके विपरीत विधायक गणेश जोशी और खजान दास की तस्वीरें चुनाव प्रचार सामग्री में इस्तेमाल हो रही है। इतना ही नहीं काऊ ये रोना भी रो सकते हैं क्षेत्र में भाजपा के कार्यक्रमों में उन्हें नहीं बुलाया जाता। उनका और उनके समर्थकों का तिरस्कार होता है।
बहुगुणा तटस्थ, बोले भट्ट जो करेंगे ठीक करेंगे
विधायक उमेश शर्मा काऊ को कारण बताओ नोटिस दिए जाने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा तटस्थ हैं। उन्हें कांग्रेस से टूटकर आए 11 विधायकों का संरक्षक माना जाता है। हालांकि बहुगुणा कहते हैं कि वे भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता के संरक्षक हैं। उमेश काऊ के मामले में उन्होंने कहा कि अजय भट्ट अच्छे अध्यक्ष हैं। काऊ का जो जवाब उन्हें प्राप्त होगा, उसे वे सकारात्मक ढंग से लेंगे।