जी-20 समिट में भारत आए विदेशी मेहमानों को एक खास पुस्तक भेंट की गई। इस पुस्तक में दून के प्राचीन टपकेश्वर महादेव मंदिर को भी स्थान मिला है। पुस्तक में चालीस नंबर के पेज पर टपकेश्वर महादेव मंदिर के इतिहास के साथ चित्र दर्शाया गया है।
दिल्ली में जी-20 समिट में भारत आए सभी विदेशी मेहमानों को भारत सरकार की ओर से भारत पर आधारित एक पुस्तक भेंट की गई। इसमें भारत के कई मंदिरों के साथ ही अन्य कई रहस्यमयी स्थानों के बारे में बताया गया है। 55 पेज की इस पुस्तक में देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर को भी स्थान दिया गया।
इसमें टपकेश्वर महादेव मंदिर के चित्र के साथ ही मंदिर का नाम और इसके रहस्य के बारे में लिखा हुआ है। कहा जाता है कि टपकेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास महाभारत काल से भी जुड़ा हुआ है। देहरादून का यह सबसे पुराना मंदिर है। मंदिर की गुफा में शिवलिंग पर पानी की बूंदें लगातार गिरती रहती हैं। इसी कारण इस मंदिर का नाम टपकेश्वर रखा गया।