उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में हो रही बारिश के बाद हरिद्वार और ऋषिकेश में दूसरे दिन भी गंगा चेतावनी के समीप बहती दिखी। मंगलवार सुबह 8 बजे गंगा का जल स्तर 292.90 मीटर दर्ज किया गया। चेतावनी में मात्र 10 सेंटीमीटर नीचे गंगा बह रही थी। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई इलाकों में बुधवार और गुरुवार को भारी बारिश की आशंका जताई है। इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। उधर बारिश के दौरान सोमवार रात को प्रेमगर आश्रम से पूरब की ओर गंगनहर किनारे शहीद भगत सिंह घाट की लगभग 20 फीट लंबी दीवार टूट गई। बहुद्देशीय साधन सहकारी समिति सलेमपुर मेहदूद स्थित दादुपुर गोविंदपुर के भवन की बाहरी चारदीवारी भी टूट गई।
बीते 24 घंटों के अंदर तहसील हरिद्वार में 56.0 एमएम और रोशनाबाद में 48.0 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। आपदा प्रबंधन अधिकारी हरिद्वार मीरा कैंन्तुरा ने इसकी पुष्टि की है। इसी साल संपन्न हुए कुंभ मेले आयोजन से पहले कुंभ निधि से प्रेमनगर पुल के समीप गंगनहर पर शहीद भगत सिंह घाट का निर्माण किया गया था। घाट के ऊपर की बीस फीट की दीवार टूट गई। जिससे एक बैंच को भी नुकसान पहुंचा है। कुंभ निधि से बनाए गए इस घाट की दीवार गिरने और पिलर में दरारें आने से निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल उठने लगे हैं।
, गंगा का जल स्तर मंगलवार को दिन भर चेतावनी स्तर से नीचे ही घटता बढ़ता रहा। मंगलवार सुबह 9 बजे तक भीमगोड़ा बैराज में ऊपर से 142547 क्यूसेक पानी आ चुका था। जिसमें से 134893 क्यूसेक पानी को छोड़ दिया गया था। पहाड़ों में बारिश होने के कारण तटीय इलाके से सटे गांव समेत बाढ़ चौकियों को अलर्ट पर रखा गया है। सोमवार रात तक उपजिलाधिकारी अंशुल सिंह ने टीम के साथ श्यामपुर क्षेत्र की बाढ़ चौकियों का औचक निरीक्षण किया। उत्तराखंड के कई इलाकों में बुधवार और गुरुवार को भारी बारिश की आशंका है। इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 21 जुलाई को नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। राज्य के बाकी हिस्सों में भी आकाशीय बिजली गिरने के साथ ही तीव्र बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है। वहीं 22 जुलाई को देहरादून और नैनीताल जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश की आशंका जाहिर की गई है। इसे लेकर दोनों दिन के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। 23 और 24 जुलाई को भी राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है, लेकिन इन दो दिनों के लिए मौसम विभाग ने कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। वहीं दो दिन बारिश के बाद देहरादून में मंगलवार मौसम राहतभरा रहा।
ऋषिकेश में चेतावनी निशान को छूकर बही गंगा
पर्वतीय क्षेत्र में हो रही झमाझम बारिश से गंगा के जलस्तर में वृद्धि लगातार तीसरे दिन भी बनी रही। मंगलवार सुबह तीर्थनगरी ऋषिकेश में गंगा चेतावनी के निशान को छूकर बही। दोपहर बाद जलस्तर में कमी आने से बाढ़ की आंशका से सहमे तटीय क्षेत्र के लोगों ने राहत महसूस की। पहाड़ों में लगातार बारिश के चलते ऋषिकेश में भी गंगा उफान पर है। देर रात से पर्वतीय क्षेत्र में मूसलाधार बारिश से मंगलवार सुबह गंगा उफान पर रही। नावघाट, त्रिवेणीघाट में सीढ़िया पानी में डूबी रही और पक्का प्लेटफार्म को जलधारा छूकर बही।
लेकिन त्रिवेणीघाट में स्थानीय लोगों की आवाजाही बनी रही। शाम चार बजे जलस्तर चेतावनी रेखा से एक मीटर नीचे बहने पर तटीय क्षेत्र में बसे लोगों को राहत मिली। केंद्रीय जल आयोग के डब्ल्यूएस देवेंद्र शर्मा ने बताया कि गंगा का वार्निंग लेवल 339.50 मीटर है। सुबह वार्निंग लेवल के करीब जलस्तर 339.40 मीटर रहा। दोपहर बाद जलस्तर घटकर 338.50 मीटर पर आ गया।