ऋषिकेश : उत्तराखंड विधानसभा में नियुक्तियों के मामले में पिछले दरवाजे और चहेतों को नियुक्ति देने के आरोप के चलते काबीना मंत्री और तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल का अपने ही क्षेत्र में विरोध बढ़ गया है।
उजपा के नेता कनक धनाई को पुलिस ने जबरन उठाया
शुक्रवार को उत्तराखंड जनविकास पार्टी ने उनके आवास के घेराव की घोषणा की थी। जिसे देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से उनके कैंप कार्यालय और आवास को जाने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग लगाते हुए सुरक्षा बढ़ाई थी।
लेकिन पुलिस प्रशासन की किलेबंदी को धत्ता बता कर उत्तराखंड जनएकता पार्टी के नेता कनक धनाई अपने कुछ समर्थकों के साथ काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के आवास के पास धरने पर बैठ गए। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें जबरन धरने से उठाया।
वहीं इससे पहले काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के आवास घेराव कार्यक्रम को देखते हुए पुलिस अधीक्षक देहात कमलेश उपाध्याय भी मौके पर पहुंचीं और हालातों का जायजा लिया। थाना रानीपोखरी, थाना रायवाला से अतिरिक्त फोर्स मंगाया गया। पूरे क्षेत्र की किलेबंदी कर छावनी बनाया गया है।
विभिन्न पदों पर नियुक्तियों में धांधली का आरोप लगाया
उत्तराखंड जन अधिकार पार्टी के केंद्रीय नेता कनक धनाई की ओर से शुक्रवार को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर विधानसभा के भीतर विभिन्न पदों पर नियुक्तियों में धांधली का आरोप लगाया है। जिसके खिलाफ उन्होंने शुक्रवार को आज ऋषिकेश हरिद्वार रोड स्थित उनके आवास के घेराव की घोषणा की थी।
पुलिस प्रशासन ने काबीना मंत्री के गंगा विहार स्थित आवास को जाने वाले सभी चार रास्तों पर बैरिकेडिंग करते हुए वहां फोर्स लगाई है। बैराज रोड स्थित उनके कैंप कार्यालय के बाहर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने बताया कि काबीना मंत्री के आवास और कैंप कार्यालय क्षेत्र में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है।
विधानसभा गेट पर धरने पर बैठे पूर्व कैबिनेट मंत्री
वहीं भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी व उनके समर्थक देहरादून स्थित विधानसभा गेट के समीप धरने पर बैठ गए।