मसूरी विधानसभा क्षेत्र के भितरली गांव के पास मजरा कडरियाना में शुक्रवार सुबह बादल फटने की घटना से अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान दो गोशालाएं बह गईं, आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर भूस्खलन से सड़कें बंद हो गईं। मसूरी-दून मार्ग गलोगी धार के पास करीब 14 घंटे तक बंद रहा। खेतों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
स्थानीय निवासी अन्नु पुंडीर के अनुसार बादल फटने से एक दर्जन से अधिक धान के खेत तबाह हो गए खेतों ने नालों का रूप ले लिया। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं, बृहस्पतिवार देर रात मसूरी-दून मार्ग बंद होने से पर्यटक परेशान रहे। कई लोग रात भर कोल्हूखेत और कुठाल गेट के आसपास के होटलों में रहने को मजबूर रहे। सड़क के दोनों ओर करीब पांच किमी लंबा जाम लग गया।कोल्हूखेत के पास भी बोल्डर आने से सड़क बंद रही। उधर, बारलोगंज मार्ग, नाग मंदिर-हाथीपांव रोड पर कई जगह बोल्डर आए, छह जगह पेड़ गिरने से सड़क बंद रही।लोनिवि ने जेसीबी से रास्ता खोलने का प्रयास किया, लेकिन बार-बार पत्थर और मलबा आने से परेशानी हुई। वहीं, सड़क पर गिरे पेड़ों फायर अधिकारी शंकर चंद रमोला, मनोज कुमार, संदीप सिंह, अनुभव कुमार, सुरेन्द्र सिंह ने हटाकर यातायात बहाल कराया।क्यारकुली गांव और कैंपटी के पास बंग्लो की कांडी गांव में भूस्खलन से आवासीय भवनों को खतरा हो गया। स्थानीय निवासी वीरेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि भवन के पीछे भारी मात्रा में मलबा आने से घर के दो कमरों और किचन को खतरा बना हुआ है। वहीं, मसूरी के सिस्टर बाजार में भूस्खलन से लिंक मार्ग बंद हो गया। वहीं, टीवी टावर को भी खतरा खड़ा हो गया है।लगातार हो रही बारिश से गलोगीधार की पहाड़ी नासूर बन गई है। शुक्रवार को दिनभर मलबा और बोल्डर गिरते रहे। इससे बार-बार मार्ग बंद होता रहा। लोनिवि को मार्ग खोलने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। मार्ग पर लंबा जाम लग गया और सैंकड़ों पर्यटक वाहनों में फंसे रहे। वहीं, काल्हूखेत के पास एक वाहन पर बोल्डर गिर गया। हादसे में पर्यटक बाल-बाल बच गया।
भितरली गांव के मजरा कडरियाना में बादल फटने की घटना की सूचना मिलते ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर अधिकारियों को लेकर मौके पर पहुंचे और क्षेत्र में हुए नुकसान का जायजा लिया। दीपक पुंडीर ने बताया कि क्षेत्र में कई दर्जन खेत तबाह हो गए हैं। बिजली के खंभें टूटने से बिजली व्यवस्था ठप है।पानी की लाइन की क्षतिग्रस्त हुई है। गोशालाएं बह गईं, कई पैदल रास्ते तबाह हो गए। उन्होंने ऊर्जा निगम के इंजीनियर को बिजली व्यवस्था तत्काल ठीक करने के निर्देश दिए। साथ ही ग्रामीणों को भरोसा दिया कि उनकी हरसंभव मदद की जाएगी। इस दौरान अन्नु पुंडीर सहित कई विभागों के अधिकारी, ग्रामीण मौजूद रहे। बारिश से सड़कों- पुलों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आला अधिकारियों के साथ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। सहस्रधारा- मालदेवता संपर्क मार्ग का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द मरम्मत किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने अफसरों को नदियों को चैनलाइज करने की भी हिदायत दी। साथ ही जिलाधिकारी से प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द हरसंभव आर्थिक मदद मुहैया कराने के लिए कहा।