देहरादून | उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने राज्य के पहाड़ी इलाकों को बेहाल किया हुआ है। राज्य में मौजूद चारों धाम के यात्रा मार्ग मलबा आने से अवरुद्ध हैं। एनएच की जेसीबी मशीनें मार्ग सुचारू करने में जुटी हुई हैं। वहीं मार्ग बंद होने से यात्रियों को खासी परेशानी हो रही है।
उत्तरकाशी के बड़कोट में यमुनोत्री क्षेत्र से लगे कुपडा गांव में बादलों ने तबाही मचा दी। यहां भारी बारिश के कारण कई भवनों में मलबा घुस गया है। कई पैदल मार्ग व गांव को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
केदारनाथ यात्रा मार्ग रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर कई जगह पर मलबा आने से बंद है। रुद्रप्रयाग जिले में 20 से ज्यादा संपर्क मार्ग बंद हैं। यहां सुबह से बादल लगे हैं। तेज बारिश से आसार जताए जा रहे हैं।
चमोली जिले में मौसम सामान्य है। बदरीनाथ हाईवे क्षेत्रपाल में अवरुद्ध है। जिले में अभी भी 17 संपर्क मोटर मार्ग भूस्खलन और मलबा आने से बंद हैं।
गंगोत्री हाईवे स्वारीगाड़ और बार्सू बैंड के पास मलबा आने से बंद है। बीआरओ द्वारा मार्ग खोलने के प्रयास जारी हैं। यमुनोत्री हाईवे कुथनौर और पालीगाड़ के पास मलबा और बोल्डर आने से अवरुद्ध है।
भूस्खलन से बुधवार को दिनभर बंद रहा गौरीकुंड हाईवे
केदारघाटी में मूसलाधार बारिश के कारण रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे बुधवार को जगह-जगह भूस्खलन व भूधंसाव के कारण दिनभर बंद रहा। बांसवाड़ा व डोलिया मंदिर के समीप हाईवे की स्थिति बदहाल हो गई है।
मंगलवार रात हुई बारिश के कारण गौरीकुंड हाईवे बांसवाड़ा, भीरी, डोलिया मंदिर, सीतापुर, मुनकटिया और गौरीकुंड बड़ी पार्किंग के समीप पहाड़ी से भूस्खलन व भूधंसाव के कारण बंद हो गया था। बुधवार सुबह एनएच व कार्यदायी संस्था ने मलबा हटाने का प्रयास किया, लेकिन रुक-रुककर होती बारिश के कारण हाईवे नहीं खुल पाया।
लोगों का कहना है कि ऑल वेदर रोड निर्माण के दौरान पानी की निकासी के लिए व्यवस्था नहीं की गई, जिससे हल्की बारिश में भी दुकानों व घरों में पानी घुस रहा है। डोलिया मंदिर में हाईवे पर भूधंसाव खाट गांव के नीचे तक पहुंच चुका है, जिससे कई मकानों व गोशाला को खतरा हो गया है।
एनएच के ईई जितेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि हाईवे के संवेदनशील जोन का बरसात के बाद प्राथमिकता से ट्रीटमेंट किया जाएगा। अभी हाईवे पर मशीनें तैनात हैं, ताकि बंद होने पर हाईवे तुरंत खोला जा सके।