देहरादून। वीकेंड समाप्त होने के साथ ही उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर भीड़ काफी कम रही। जिससे पुलिस ने भी राहत की सांस ली। मसूरी में भी पर्यटकों के सिर्फ 1250 वाहन ही आए, जबकि, रविवार को यह संख्या 1950 थी। हालांकि पर्यटकों के सीमित संख्या में आने की वजह नियमों को कड़ा करना भी है। एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पर्यटकों की सीमित संख्या को देखते हुए पुलिस ने होटल बुकिंग की अनिवार्यता में फिलहाल ढील दी है। पर्यटकों की संख्या बढ़ने पर नियम फिर से सख्त कर दिए जाएंगे। उधर, कैम्पटी फाल में पर्यटकों के नहाने पर दूसरे दिन भी रोक लगी रही।
दरअसल, उत्तराखंड में पर्यटकों की उमड़ रही भीड़ के कारण कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ने लगा था। इसी को देखते हुए सरकार के निर्देश पर प्रशासन ने पर्यटकों के लिए कुछ नियम बनाए हैं, जिसके तहत उनके लिए होटल की बुकिंग के साथ 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट और स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज दिखाना अनिवार्य किया गया है। सोमवार को भी नियमों को पूरा नहीं करने वाले 35 वाहनों को आशारोड़ी चेक पोस्ट से लौटाया गया। हालांकि, मसूरी जाने वाले सभी पर्यटकों ने नियमों का पालन किया, जिससे एक भी वाहन वापस नहीं लौटाया गया।
उधर, पर्यटक स्थल कैम्पटी फाल में बारिश के चलते बजरी और मिट्टी आने के कारण सुरक्षा के मद्देनजर दूसरे दिन भी पर्यटकों के नहाने पर रोक लगाई गई। दूसरी ओर नैनीताल में भी पर्यटकों ने सुहावने मौसम का लुत्फ उठाया। यहां भी वीकेंड की अपेक्षा पर्यटकों की संख्या काफी कम रही, जिससे यातायात व्यवस्था भी नहीं चरमराई।
लैंसडौन में पुलिस सख्त, बैरंग लौटाए पर्यटक
लैंसडौन में बाहरी क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों की भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस की सख्ती बरकरार है। सोमवार को पुलिस ने नियमों को पूरा नहीं करने वाले 20 से अधिक पर्यटक वाहनों को लौटाया। वहीं, 279 पर्यटकों का कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर चालान किया।