देहरादून। मसूरी में जाम की समस्या आए दिन सामने आती रहती है। पर्यटन सीजन और वीकेंड में तो यहां हालात विकट हो जाते हैं। जिन व्यक्तियों को मसूरी शहर नहीं जाना होता बल्कि टिहरी और देहरादून के बीच आवागमन करना होता है, वह भी जाम में फंस जाते हैं। इसके अलावा देश की प्रतिष्ठित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी का आवागमन भी जाम से बाधित होता है। अब मसूरी के जाम को बाईपास करने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यहां 2.74 किमी लंबी टनल के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट के जरिये दी।
यह टनल करीब 700 करोड़ रुपये की लागत से बनेगी। इसका निर्माण होने के बाद वाया मसूरी अन्यत्र आवागमन करने वाले लोग टनल से होकर गुजरेंगे। इससे मसूरी में वाहनों का दबाव भी कम होगा। टनल के निर्माण का जिम्मा राष्ट्रीय राजमार्ग खंड डोईवाला के पास रहेगा। खंड के अधिशासी अभियंता ओपी सिंह ने बताया कि टनल निर्माण के लिए जल्द फिजिबिलिटी सर्वे किया जाएगा। इससे यह तय हो पाएगा कि मसूरी में टनल का निर्माण किस स्थल से शुरू किया जाए। इतना जरूर है कि इसका अंतिम छोर मसूरी इंटरनेशनल स्कूल के पास होगा।
मुख्यमंत्री ने जताया आभार
मसूरी में टनल निर्माण को स्वीकृति देने के केंद्रीय मंत्री गडकरी के ट्वीट को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने री-ट्वीट किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री का आभार जताया कि जनता की राह सुगम करने की दिशा में यह बड़ा कदम साबित होगा। विशेषकर दूरस्थ क्षेत्रों में कनेक्टिविटी दुरुस्त होगी और आपदा के समय आपदा प्रबंधन के कार्य भी गति पकड़ेंगे।
मसूरी में जाम की समस्या दूर करने को इन पर भी काम
अभी मसूरी आवागमन के लिए देहरादून से जाने वाला ही मुख्य मार्ग है। हालांकि, पहले से बने लंबीधार किमाड़ी मार्ग को सुदृढ़ किया जा रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) भी पौंधा की तरफ से एक अन्य मार्ग पर सर्वे का काम कर रहा है।