देहरादून। हरिद्वार रोड स्थित भूखंड पर ट्रेंचिंग ग्राउंड की समस्या निस्तारण की और है। शहर वासियों को हरिद्वार रोड स्थित खाली भूखंड में लगे कूड़े के पहाड़ से मुक्ति मिल जाएगी। बुधवार को नगर निगम की दूसरी वर्षगांठ पर महापौर अनीता ममगाई ने 8.65 करोड़ रुपये की लागत से तैयार कूड़ा निस्तारण योजना का शिलान्यास किया।
गोविंद नगर में आयोजित कार्यक्रम में महापौर ने कहा कि पिछले 30 वर्षों से शहर की सुंदरता पर दाग लगा रहा कूड़े का यह पहाड़ गोविंद नगर और शांति नगर क्षेत्र के हजारों लोगों के लिए जी का जंजाल बन चुका था। इसके चलते पिछले तीन दशकों से क्षेत्रवासी नरकीय जीवन जीने को विवश थे। जिसको लेकर अनेक बार आंदोलन भी चलाए गए, लेकिन जनप्रतिनिधियों की उदासीनता और सरकार में कमजोर पकड़ के चलते समस्या जस की तस बनी रही।
महापौर अनीता ममगाई ने कहा कि मजबूत राजनीतिक इरादों और निगम अधिकारियों के सहयोग के चलते वह मेगा प्रोजेक्ट पर डटी रही। अब नतीजा सबके सामने है। उन्होंने बताया कि कूड़े के ढेर का निस्तारण एवं शहर से बाहर ट्रेंचिंग ग्राउंड की व्यवस्था सुनिश्चित करवाना यह चुनावी घोषणापत्र का हमारा प्रमुख एजेंडा था। अप्रैल 2019 में शासन से कूड़ा निस्तारण की डीपीआर बनी। जिसके अनुसार ग्राउंड में लगभग 2.7 लाख मैट्रिक टन कूड़ा है। जिसकी कैपिंग करने के लिए 19 करोड रुपये का व्यय का आंकलन किया गया। महापौर के अनुसार निगम के पास गोविंद नगर स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड के अलावा इस कार्य के लिए और कोई भूमि उपलब्ध नहीं थी। इसलिए निगम प्रशासन नए ट्रेंचिंग ग्राउंड लाल पानी बीट की भूमि अधिकरण की औपचारिकता पूरी करने में जुटा रहा। इसमें भी उत्तराखंड राज्य वन जीव बोर्ड की बैठक में स्वीकृति के तमाम अड़चनों पर विराम लग चुका है।
इस अवसर पर नगर आयुक्त नरेंद्र क्वीरियाल, सहायक नगर आयुक्त एलम दास, कर अधीक्षक रमेश सिंह रावत, क्षेत्रीय शिव कुमार गौतम, पार्षद अजीत सिंह, पार्षद राजेंद्र बिष्ट, पार्षद विजय बडोनी, पार्षद मनीष बनवाल, पार्षद कमलेश जैन, पार्षद अनीता प्रधान, पार्षद विजेंदर मोघा, पार्षद विजय बडोनी,पंकज शर्मा, अनिकेत गुप्ता, गौरव केन्थुला, प्रिया धक्काल आदि मोजूद रहे।
2021 के लिए पांच मेगा प्रोजेक्ट
महापौर अनीता ममगाईं ने वर्ष 2021 के लिए अपने रोड मैप की घोषणा भी की। उन्होंने बताया कि संजय झील का निर्माण, गंगा की जलधारा को बारह मास त्रिवेणी घाट पर लाना, पार्किंग का निर्माण, बैराज जलाशय में वाटर स्पोर्ट्स शुरू कराना एवं ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय की चिकित्सा व्यवस्था में सुधार करना उनके लक्ष्य में शामिल है। इन पांचों योजनाओं का खाका नगर निगम प्रशासन द्वारा तैयार किया जा चुका है। कुछ योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए तेजी के साथ कार्य भी शुरू हो गया है। निगम की तीसरी वर्षगांठ के मौके पर उन्हें पूर्ण विश्वास है कि यह पांचों योजनाएं धरातल पर आ जाएंगी।