मानसून अभी उत्तराखंड में दस्तक भी नही दी है और उससे पहले ही एक दिन की बारिश से तबाही की तस्वीर कई जिलों से सामने आ रही है ऐसे में मानसून आने पर प्रदेश के हाल औऱ विकट हो सकते हैं और प्रदेश के लोगों खासतौर पर जो पहाड़ी इलाकों में रहते हैं उनके लिये मुसीबत खड़ी कर सकती है ऐसे में मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशाशन को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये है।मौसम के अलर्ट को देखते हुए आपदा प्रबंधन तंत्र भी अलर्ट मोड़ पर है।खुद आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिहं रावत पहाड़ी जिलों में दौरे कर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं साथ ही सभी व्यवस्यायें दुरुस्त करने के निर्देश भी दिये गये है।अभी तक 7 जिलों की बैठक ली जा चुकी है जबकि कल से चार जिलों की बैठक होनी है।आपदा की स्तिथि को देखते हुये दो हेलीकाप्टर हायर किये गये है जिनमे एक कुमाऊँ के पिथौरागढ़ में तो दूसरा गढ़वाल के गौचर में रखा गया है जिससे किसी आपातकाल मे लोगों को एयरलिफ्ट किया जा सके साथ ही सभी जिलाधिकारीयों को 5 करोड़ की धनराशि दी जा चुकी है जिसका उपयोग किसी हानि होने में किया जा सकेगा।कुल मिलाकर प्रशाशन भी बेहद सतर्क नजर आ रहा है।
-धन सिहं रावत-आपदा प्रबंधन मंत्री।