देहरादून। मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ। प्रदेश में पहाड़ से लेकर मैदान तक तड़के गरज के साथ बौछारों का सिलसिला शुरू हुआ। इस दौरान दून और मसूरी में भी झमाझम बारिश हुई। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली में दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही। बदरीनाथ, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में हल्की बर्फबारी हुई है। मौसम विभाग ने सोमवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार सोमवार को मैदानी क्षेत्रों में तेज हवा के साथ ओले गिरने की भी आशंका है। जबकि, पहाड़ों में आकाशीय बिजली गिर सकती है।
प्रदेश में बदले मौसम ने गरमी से राहत दी है। अधिकतम तापमान सामान्य से पांच से नौ डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में औसतन दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। हालांकि, तेज हवाएं और आकाशीय बिजली परेशानी बढ़ा रहे हैं। खराब मौसम के कारण मानसरोवर यात्रा मार्ग भी बंद हो गया है। इससे चीन सीमा से लगे करीब ढाई दर्जन गांव अलग-थलग पड़ गए हैं।
इधर, गढ़वाल मंडल के पर्वतीय जिलों में भी ओलावृष्टि और बारिश मुसीबत बन गई है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि 28 अप्रैल तक मौसम का मिजाज इसी तरह का रहेगा। इस दौरान प्रदेश में पहाड़ और मैदान में तेज बौछारों के साथ ही 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है।
घर में घुसा बारिश का पानी, सामान हुआ खराब
भोर में हुई तेज बारिश के कारण रेसकोर्स स्थित सी ब्लॉक नई बस्ती में एक व्यक्ति के घर में नाले का पानी घुस गया है। इससे उनके घर का सारा सामान खराब हो गया। लक्खीबाग पुलिस चैकी इंचार्ज शोएब अली ने बताया कि सूचना पर वह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। बताया कि अशोक का घर नाले के किनारे बना हुआ है। बारिश के पानी के साथ नाले का कीचड़ भी घर में भर गया। स्थानीय लोगों व नगर निगम कर्मचारियों की मदद से घर को साफ कराया गया। साथ ही पूरे परिवार के सूखे राशन की भी व्यवस्था कराई गई। साथ ही उन्हें कुछ रुपये भी मदद स्वरूप दिए।
बादलों के बरसने से अधिकतम पारे में गिरावट
बारिश और ओलावृष्टि से प्रदेश के प्रमुख शहरों में पारे ने गोता लगा लिया है। देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जैसे मैदानी जिलों में अधिकतम पारा पांच से नौ डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है। वहीं पहाड़ों में भी पारे में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
भारी बारिश से फसल बर्बाद होने के कगार पर
रुड़की में आज सुबह मूसलाधार बारिश हुई। इससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है। बताते चलें कि रुड़की में पिछले 2 दिन से भारी बारिश होने के चलते किसानों को काफी नुकसान हुआ है। गेहूं की फसल बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। गन्ने की कटाई और बुवाई भी प्रभावित हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो मंगलवार को भी रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में 9 एमएम बारिश होने का अनुमान है।