प्रदेश की सबसे लंबी और ऊंची यमुना से मसूरी पेयजल योजना का पानी मसूरी के राधा भवन स्थित टैंक में तो पहुंच गया, लेकिन पानी का पहला सैंपल फेल हो गया है। जल संस्थान को जो सैंपल भेजा गया था, उसकी देर शाम रिपोर्ट आ गई। बृहस्पतिवार को पेयजल निगम के इंजीनियर केंद्र सरकार की ओर से दी गई किट से दोबारा पानी की जांच करेंगे।
पेयजल निगम के अधीक्षण अभियंता (यांत्रिक मंडल) प्रवीन कुमार राय ने बताया कि मंगलवार-बुधवार की रातभर सभी पंपों से पानी चलाया गया। मसूरी के राधा भवन स्थित टैंक तक पानी पहुंचा दिया गया है। उन्होंने मंगलवार की शाम पानी के सैंपल जांच के लिए जल संस्थान भेजे थे। जल संस्थान ने बुधवार को सैंपल फेल होने की रिपोर्ट भेजी है।
लिहाजा, पानी की आपूर्ति शुरू नहीं की जा सकी। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को दोबारा पानी की जांच किट से की जाएगी। इसकी रिपोर्ट आने के बाद पेयजल आपूर्ति पर निर्णय होगा। बताया कि पानी की जांच के लिए केंद्र सरकार की ओर से एक विशेष किट उपलब्ध कराई गई है। दूसरी ओर, बुधवार को सभी पंपों से निकलने वाला पानी पूरी तरह से साफ हो गया। अब इसे आपूर्ति से पहले गुणवत्ता के पैमानों पर खरा उतरना होगा। इस योजना से मसूरीवासियों को रोजाना दो से चार एमएलडी पानी की आपूर्ति होगी।