युवा कल्याण विभाग एवं प्रांतीय रक्षक दल की ओर से प्रदेश में अब नर्सिंग सहायक, वार्ड ब्वाय, वैयक्तिक सहायक, सहायक खेल प्रशिक्षक सहित कई पदों पर विभिन्न विभागों को युवा उपलब्ध कराए जाएंगे। शासन की ओर से इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है।
युवा कल्याण विभाग का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की युवा प्रतिभाओं को आगे लाना है। जबकि पीआरडी के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षितों की विभिन्न विभागों में तैनाती की जाती रही है। अब तक क्लर्क, चौकीदार, चालक एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर इनकी तैनाती की जाती रही है, लेकिन अब नर्सिंग सहायक, वार्ड ब्वाय, वैयक्तिक सहायक, सहायक लेखाकार आदि की युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल के माध्यम से विभिन्न विभागों में तैनाती की तैयारी है।युवा कल्याण विभाग के प्रभारी सचिव बृजेश कुमार संत की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि भविष्य में अन्य कार्यों को भी मांग के आधार पर इसमें शामिल किया जाएगा। इन सभी पदों के लिए शैक्षिक योग्यता व अर्हता पदों के अनुरूप रहेगी।
विभागी सूत्रों का कहना है कि इसके जरिये विभिन्न विभागों में युवाओं को बड़ी संख्या में बैक डोर से रखे जाने की तैयारी है। हालांकि, विभागीय सचिव संत का कहना है कि विभागों से मांग के अनुरूप युवाओं की तैनाती की जाएगी। इन पदों पर शैक्षिक योग्यता रखने वाले युवाओं को ही रखा जाएगा। विभाग की ओर से इन पदों पर तैनाती के लिए विज्ञप्ति जारी नहीं की जाएगी।
नर्सिंग सहायक और वार्ड ब्वाय सहित विभिन्न पदों के लिए युवाओं को युवा कल्याण एवं पीआरडी के माध्यम से रखे जाने के लिए पूर्व के 2006 के एक शासनादेश को संशोधित किया गया है। मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री के निर्देश के बाद ही यह संशोधन हुआ है।
-बृजेश कुमार संत, प्रभारी सचिव युवा कल्याण
बिना किसी चयन प्रक्रिया को अपनाए विभिन्न विभागों में इस तरह से की जाने वाली तैनाती युवाओं के साथ धोखा है। इससे भाई भतीजावाद एवं भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा। विभाग मंत्रियों, अधिकारियों एवं विधायकों की सिफारिश से नियुक्तियों का बड़ा अड्डा बन जाएगा।
-रविंद्र जुगरान, आप नेता एवं राज्य युवा कल्याण परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष