योगी आदित्यनाथ की माताश्री सावित्री देवी गर्व से पुरानी बातें याद करती हुई कहती हैं कि अजय हमेशा लोगों की सेवा करना चाहते थे और अब वह ठीक यही कर रहे हैं। गीली लेकिन दृढ़ आँखों के साथ, आनंद जी ने कहा कि उन्होंने जीवन में बहुत धन सम्पदा नहीं कमाया है। उन्होंने जो कमाया है वह एक ईमानदार मुख्यमंत्री बेटा। उन्होंने कहा कि अजय के माता-पिता के रूप में उनका जीवन धन्य है और आज उन्हें उस भिक्षु पर गर्व है जो इतने बड़े राज्य का मुख्यमंत्री बन गया है।
देहरादून : योगी आदित्यनाथ के माता-पिता को अपने पुत्र पर स्वाभाविक ही गोरव व अभिमान है। उनके पिताश्री जो अब परलोक सिधार चुके हैं- उन्होंने एक बार कहा था कि ‘ईमानदार मुख्यमंत्री बेटा मेरे जीवन की इकलौती कमाई’ है।
उन्होंने कहा, उत्तराखंड की पहाड़ियों ने गोविंद बल्लभ पंत, हेमवती नंदन बहुगुणा और नारायण दत्त तिवारी जैसे प्रतिभाशाली नेताओं को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला और अब इस घर ने उत्तर प्रदेश के लिए चौथे मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ को मौका दिया है।
इस पर उनकी माताश्री सावित्री देवी गर्व से पुरानी बातें याद करती हुई कहती हैं कि अजय हमेशा लोगों की सेवा करना चाहते थे और अब वह ठीक यही कर रहे हैं। गीली लेकिन दृढ़ आँखों के साथ, आनंद जी ने कहा कि उन्होंने जीवन में बहुत धन सम्पदा नहीं कमाया है। उन्होंने जो कमाया है वह एक ईमानदार मुख्यमंत्री बेटा। उन्होंने कहा कि अजय के माता-पिता के रूप में उनका जीवन धन्य है और आज उन्हें उस भिक्षु पर गर्व है जो इतने बड़े राज्य का मुख्यमंत्री बन गया है।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट ने एम्स में इलाज के दौरान सोमवार (अप्रैल 20, 2020) को 10 बजकर 40 मिनट पर आखिरी साँस ली। सीएम योगी को जब पिता के मौत की सूचना मिली तो वह कोरोना महामारी से निपटने के लिए मीटिंग कर रहे थे। पिता के निधन की सूचना के बाद भी मुख्यमंत्री बैठक करते रहे।