देहरादून। ई रिक्शा चालक मुख्य मार्गों पर संचालन की अनुमति न मिलने पर नवंबर के अंतिम सप्ताह में राजधानी में गरीब रैली निकालेंगे। ई रिक्शा चालकों की आम सभा में यह निर्णय लिया गया। रविवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में ई रिक्शा चालकों की संघर्ष समिति की आम सभा हुई।
आम सभा में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि देहरादून में पिछले तीन महीने से मुख्य मार्गों में ई रिक्शा को प्रतिबंधित किया गया है। अब ई रिक्शा चालकों के सब्र का बांध अब टूट रहा है। ई रिक्शा संचालन के मामले में पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने पिछली बैठक में पूरे मामले के परीक्षण करने व ई रिक्शा वालों को राहत देने का आश्वासन दिया था।
संघर्ष समिति मंगलवार को डीजीपी से वार्ता कर इस संबंध में हुए फैसले के बारे में पूछेगी। चेतावनी दी कि अगर ई रिक्शा चालकों को राहत नहीं मिली तो फिर लंबा आंदोलन शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीने से पुलिस प्रशासन की अनुशंसा पर भाजपा सरकार ने देहरादून में तीन हजार से ज्यादा ई रिक्शा के संचालन को मुख्य मार्गों पर प्रतिबंधित कर दिया।
जिसके चलते इन ई रिक्शा चालकों को रोजी रोटी के लाले पड़ गए हैं। अधिकांश लोगों ने बैंकों या साहूकारों से लोन लिया हुआ है और अब इनका रोजगार दस प्रतिशत भी नहीं रह गया। धस्माना ने कहा कि ई रिक्शा चालकों की मांग नहीं मानी गई तो नवंबर के अंतिम सप्ताह में देहरादून में गरीब रैली निकाली जाएगी।