विधानसभा चुनाव में साठ से अधिक सीटें जीतने का दावा कर रही भाजपा अपने कब्जे वाली दो विधानसभा सीटों के ताजा हालात को देखकर तनाव में है।
हरक सिंह रावत के विरोध में खुलकर उतरे
देहरादून जिले के रायपुर विधानसभा क्षेत्र में संगठन के एक खेमे के निशाने पर रहे विधायक उमेश काऊ के खिलाफ असंतुष्ट खेमे ने मोर्चा खोल दिया है। उधर, भाजपा के कब्जे वाली लैंसडौन विधानसभा के विधायक दिलीप सिंह रावत अपनी ही सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के विरोध में खुलकर उतर आए हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों की ताजा स्थिति को देखते हुए विधायकों व कार्यकर्ताओं से अलग-अलग बात की है। कौशिक का दावा है कि दोनों विधानसभा सीटों पर हालात एकदम सामान्य हैं, लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में दोनों विधानसभा सीटों पर खेमंबंदी और तेज होगी और कुछ और सीटों पर अनुशासन के मामले दूसरों खुद को अलग कहने वाली भाजपा को असहज होना पड़ सकता है।
संगठन के एक खेमे के निशाने पर हैं विधायक काऊ
कांग्रेस छोड़कर भाजपा के टिकट पर रायपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक उमेश शर्मा काऊ संगठन के एक खेमे के निशाने पर हैं। रायपुर विस में दो मंडल अध्यक्षों की छुट्टी के बाद से वहां कार्यकर्ताओं का एक वर्ग इसके लिए विधायक को जिम्मेदार मान रहा है। नाराज कार्यकर्ताओं ने प्रदेश पार्टी कार्यालय के बाहर विधायक के खिलाफ धरना दिया। यह विवाद केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचा है। सूत्रों के मुताबिक, कुछ और विधानसभा सीटों पर भाजपा के भीतर इसी तरह की स्थितियां पैदा हो सकती हैं।
विधायक ने हरक सिंह के खिलाफ खोला मोर्चा
लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र के विधायक दिलीप सिंह रावत ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह पर लैंसडौन की उपेक्षा का आरोप लगाया है। वह खुलकर मंत्री के खिलाफ उतर आए हैं। इसकी वजह हरक सिंह की लैंसडौन विस सीट पर दावेदारी मानी जा रही है। पिछले दिनों हरक ने जिन सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी, उसमें लैंसडौन सीट भी शामिल है। सियासी हलकों में पिछले काफी समय से यह चर्चा भी तैर रही है कि हरक सिंह लैंसडौन सीट से अपनी पुत्रवधू को चुनाव लड़ाना चाहते हैं।
कौशिक ने लैंसडौन विधायक से की बात
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि उन्होंने लैंसडौन विधायक दिलीप सिंह रावत से बात की है। विवाद जैसी कोई बात नहीं है।