बाजपुर। समर्थकों के एक बड़े काफिले के साथ लखीमपुर खीरी जा रहे पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू शुक्रवार को उत्तराखंड के बाजपुर में रुके। यहां नवजोत सिंह सिद्धू ने राजेंद्र सिंह संधू के आवास पर नाश्ता किया और लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए। बाजपुर में किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने उनसे मुलाकात की। इस दौरान सिद्धू मीडिया से नहीं मिले।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ हुई घटना के विरोध में गुरुवार को पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू अपने समर्थकों के साथ जीरकपुर से लखीमपुर खीरी की ओर रवाना हुए। इसका एलान उन्होंने पहले की कर दिया था कि अगर जल्द ही किसानोें को कुचलने वाले मंत्री के बेटे को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह काफिला लेकर यूपी के लिए मार्च करेंगे।
उन्होंने कहा था कि अगर आरोपी कार चालक को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह लखीमपुर खीरी जाकर वहां अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
गुरुवार को इस मार्च में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, कांग्रेस के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं विधायक बलबीर सिंह सिद्धू भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री मार्च शुरू होने के बाद वहां पर पहुंचे और विशेष तौर पर तैयार की गई एक ट्रैक्टर ट्राली के ऊपर नवजोत सिंह सिद्धू के साथ खड़े हो गए।
इस मौके पर ट्रैक्टर-ट्रॉली के ऊपर खड़े होकर नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने अंदाज में कहा कि जब अन्याय बढ़ जाता है और न्याय नहीं मिलता है तो विरोध करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर आरोपी मंत्री के बेटे को शुक्रवार तक गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
उन्होंने कहा कि मंत्री और उसके आरोपी बेटे का एफआईआर में नाम है। लेकिन इसके बावजूद यूपी पुलिस किसानों को कार के नीचे कुलचने के आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है।