रुड़की जलालपुर पथराव : टोल प्लाजा पर ही संतों ने किया हनुमान चालीसा का पाठ, दी सात दिन की मोहलत

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भगवानपुर : हरिद्वार जिले में भगवानपुर के डाडा जलालपुर गांव में हुए पथराव के ओरापितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संतों ने पुलिस और प्रशासन को सात दिन का समय दिया है।

वहीं बुधवार को उप जिलाधिकारी कार्यालय में होने वाले हनुमान पाठ का आयोजन भी नहीं किया गया। पुलिस द्वारा रोके जाने पर संतों ने टोल प्लाजा पर ही हनुमान चालीसा का पाठ किया। 

बुधवार सुबह स्वामी दिनेशानंद भारती के साथ कई संत व स्‍थानीय लोग उप जिलाधिकारी कार्यालय पर हनुमान चालीसा पाठ करने निकले थे। इससे पहले शिव मंदिर में काली सेना के राज्य संयोजक स्वामी दिनेशानंद भारती (सागर सिंधु महाराज पूर्व का नाम ) ने लोगों के साथ बैठक ली।

इसके बाद वह पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत डाडा जलालपुर गांव से भगवानपुर टोल प्लाजा पर पहुंच कर विधायक ममता राकेश का पुतला दहन किया गया। पुतला दहन के बाद लोग उप जिलाधिकारी कार्यालय पर हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए गांव से रवाना हो गए। लेकिन पुलिस ने इन्हें टोल प्लाजा पर रोक लिया, जिसके बाद यहीं पर हनुमान पाठ किया गया।।

सात दिन में सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया जाए

संतों ने चेतावनी दी कि सात दिन में सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया जाए। साथ ही संतों का आरोप है कि उस दिन मस्जिद के मौलाना ने भीड़ को उकसाने का काम किया था, इसलिए उसको भी मुख्य आरोपित बनाया जाए और शोभा यात्रा पर पथराव करने वाली महिलाओं को भी नामजद किया जाए।

यदि सात दिन में सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती है और उन पर ठोस कार्रवाई नहीं होती है तो धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आगे का निर्णय लिया जाएगा।

वहींं पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इस मामले में किसी भी दोषी को नहीं बख्शा जाएगा और सभी पर कठोर कार्रवाई की जा रही है। कहा कि जो आरोपित फरार हैं, उनके गैर जमानती वारंट जारी हो चुके हैं।

साथ ही उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी प्रारंभ कर दी गई है। इसके लिए अदालत में प्रार्थना पत्र दिया गया है, इसके बाद सभी संत व अन्य कार्यकर्ता यहां से चले गए।

गांव के लोगों ने प्रशासन को 48 घंटे का समय दिया था

गौरतलब है कि शनिवार को हनुमान जयंती पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर दूसरे समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया था। इस दौरान समुदाय विशेष के व्यक्तियों ने शोभा यात्रा पर पथराव कर दिया था। कई वाहनों में आग लगा दी थी। जिसके चलते जमकर बवाल हुआ, यहां तक कि चौकी इंचार्ज तक घायल हो गए।

जिसके बाद आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गांव के लोगों ने प्रशासन को 48 घंटे का समय दिया था। हिंदू संगठनों की ओर से पुलिस को चेतावनी दी गई थी कि यदि शाम तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो थाने पर धरना और हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा।

यूपी पुलिस की तर्ज पर बुलडोजर लेकर गांव पहुंची थी पुलिस

भगवानपुर पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की तर्ज पर बुलडोजर लेकर गांव में पहुंची थी। पुलिस ने चेतावनी दी है कि यदि शाम तक आरोपित थाने नहीं पहुंचे तो उनके घरों को गिरा दिया जाएगा। आरोपितों की तलाश में गांव में दबिश दी जा रही है।

सामान्य हो रहे जलालपुर गांव के हालात

तहसील क्षेत्र के डाडा जलालपुर गांव में अब हालात सामान्य होने लगे हैं। दो दिन से गेहूं की फसल काटने के कार्य में तेजी आई है। दहशत की वजह से किसान एवं मजदूर खेतों में गेहूं काटने तक नहीं जा पा रहे थे।

शनिवार को भगवानपुर के डाडा जलालपुर गांव में कुछ उपद्रवियों ने हनुमान जयंती के मौके पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर पथराव एवं आगजनी कर दी। पथराव में मंडावर चौकी प्रभारी समेत कुल 10 व्यक्ति घायल हो गए थे। रात में कई थानों की पुलिस ने किसी तरह से मामले को शांत कराया था।

रविवार को गांव में डर के मारे किसान एवं मजदूर खेतों पर काम करने के लिए भी नहीं जा सके थे। इसके कारण गेहूं की फसल की कटाई पर ब्रेक लग गया था। सोमवार की दोपहर बाद से गांव के हालात अब सामान्य होने लगे हैं। गांव के किसान एवं मजदूर अब खेतों में जाकर गेहूं की कटाई कर रहे हैं।

रोहित ने बताया कि वह परिवार के साथ सुबह से गेहूं की कटाई कर रहे हैैं। वहीं हिमांशु का कहना है कि यदि शनिवार को बवाल ना होता तो अब तक उसके खेत से गेहूं कट गए होते। वहीं गांव की गलियों में अब ग्रामीण निकल रहे हैं। शाम को चौपाल पर बैठकर बातें भी कर रहे हैं।

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