देहरादून। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तराखंड के घोषित चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत आज से हो गई। पहले चरण में परिषद से जुड़े कर्मी देहरादून आईएसबीटी समेत प्रदेशभर के डिपो में एकदिवसीय धरना दे रहे हैं। इसमें संगठन से जुड़े चालक-परिचालक भी हिस्सा ले रहे हैं।
इसी क्रम में देहरादून के आईएसबीटी स्थित ग्रामीण डिपो में रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले ग्रामीण डिपो शाखा की ओर से एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इसमें परिषद से जुड़े चालक-परिचालको ने भी हिस्सा लिया है।
इसके अलावा देहरादून के हरिद्वार रोड स्थित रोडवेज वर्कशॉप, पर्वतीय डिपो समेत प्रदेशभर के सभी डिपो में धरना दिया जा रहा है। पदाधिकारियों ने कहा कि कर्मियों को महीनों से वेतन नहीं मिला है, सालों पहले सेवनिवृत्त कर्मियों को न ग्रेच्युटी मिली और न नकदीकरण भुगतान। पदोन्नति समेत विभिन्न मांगें उठाई गई।
संयुक्त परिषद के प्रांतीय महामंत्री दिनेश चंद्र पंत ने कहा कि वेतन भुगतान समेत अनेकों मांगों को लेकर आज देहरादून समेत प्रदेशभर के सभी डिपो में धरना दिया जा रहा है। अगले चरण में 28 तारीख से निगम मुख्यालय में कार्य बहिष्कार शुरू होगा। परिषद ने आठ दिन पहले ही मुख्यालय को आंदोलन का नोटिस भेजा था, लेकिन अभी तक प्रबंधन ने वार्ता के लिए नहीं बुलाया।
आंदोलन पर प्रबंधन की भी नजरें
रोडवेज कर्मचारियों के आंदोलन पर प्रबंधन की भी नजरें हैं। आज देहरादून समेत प्रदेशभर के सभी डिपो में होने वाले धरने में परिषद से जुड़े चालक-परिचालक भी शामिल हैं। ऐसे में प्रबंधन ने रोडवेज बसों का संचालन बनाए रखने के लिए अतिरिक्त चालक-परिचालकों की व्यवस्था की है।
ये हैं मुख्य मांगें
-17 मार्च 2020 की बैठक में बनी सहमति लागू हो।
-सेवानिवृत्त एवं मृत कर्मियों के आश्रितों को देयकों का भुगतान।
-नियमित, संविदा एवं विशेष श्रेणी कर्मियों को दीपावली से पहले न्यूनतम दो महीने का वेतन भुगतान।
-संविदा व विशेष श्रेणी को पूर्व की भांति प्रोत्साहन योजना व समान कार्य-समान वेतन का लाभ।
-कर्मियों को बकाया वेतन भुगतान, पदोन्नति आदि मांगें।