देहरादून। रोमांच के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही पौड़ी के सतपुली में भी पैराग्लाइडर उड़ान भरते नजर आएंगे। इसके लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) के अधिकारियों ने विशेषज्ञों के साथ बुधवार को सतपुली के बिलखेत में नयार वैली का जायजा लिया। इस दौरान पैराग्लाइडिंग का अभ्यास भी किया गया। बिलखेत के ऊपरी क्षेत्र ढाढूखाल से पैराग्लाइडिंग शुरू कर नयार नदी के तट पर लैंडिंग की गई।
यूटीडीबी प्रदेश में एडवेंचर टूरिज्म (साहसिक पर्यटन) को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में नयार वैली में पैराग्लाइडिंग गतिविधियों को शुरू करने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है। यूटीडीबी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) कर्नल अश्विनी पुंडीर ने बताया कि नयार घाटी पैराग्लाडिंग के लिए उपयुक्त जगह है। यह बात विशेषज्ञ भी मानते हैं। इसीलिए इस जगह को पैराग्लाइडिंग कराने के लिए चिह्नित किया गया है। इसके लिए यहां दो दिवसीय परीक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके तहत पहले दिन नयार घाटी में पैराग्लाइडिंग के लिए आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के साथ ही पायलटों ने पैराग्लाइडिंग की। आज यहां पैरामोटर फ्लाइंग का परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद साहसिक पर्यटन के शौकीनों के लिए जल्द ही पैराग्लाइडिंग शुरू कर दी जाएगी।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि प्रदेश में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। हमारा प्रयास है कि नयार घाटी को साहसिक पर्यटन के हब के रूप में विकसित किया जाए। इससे पर्यटकों की आवाजाही तो बढ़ेगी ही, स्थानीय व्यक्तियों को भी रोजगार से जोड़ा जा सकेगा।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर का कहना है कि नयार घाटी में साहसिक पर्यटन शुरू करने के लिए विशेषज्ञ अभ्यास करने के साथ उपयुक्त जगहों का बारीकी से निरीक्षण कर रहे हैं। नयार घाटी में पैराग्लाइडिंग शुरू करने से पहले विभागीय अधिकारियों ने विशेषज्ञों की टीम के साथ परीक्षण कर सुरक्षा इंतजाम की बारीकियां जांचीं।