देहरादून। कश्मीर में दो सिख लड़कियों को अगवाकर मतांतरण और निकाह की खबर मिलने के बाद से ही देहरादून के सिख समाज में आक्रोश है। विभिन्न संगठनों ने एक स्वर में इस मामले की निष्पक्ष जांच के साथ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इसके अलावा कश्मीर में रह रहे सिख परिवारों को सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाया है।
समाज के विभिन्न संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की घटना निंदनीय है। केंद्र सरकार को उत्तर प्रदेश की तर्ज पर पूरे देश में सख्त कानून बनाना चाहिए। ताकि इस प्रकार की घटनाएं भविष्य में सामने न आने पाएं और दोषियों को सजा मिल सके।
यूनाइटेड सिख फेडरेशन उत्तराखंड के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने कहा कि कश्मीर की घटना का पूरा सिख समाज विरोध करता है। साथ ही केंद्र सरकार से मांग करता है कि बेटियों के साथ ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। धर्म कोई भी हो, जबरन मतांतरण नहीं कराया जा सकता।
सिख कोऑर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष गुरदीप सिंह सहोता का कहना है कि सिख समाज हमेशा ही सबकी मदद के लिए आगे आता रहा है। कश्मीर में सिख परिवार के साथ इस तरह की घटना निंदनीय है। मतांतरण कराने वालों के खिलाफ पूरे देश में कानून बनाया जाना चाहिए, जिससे ऐसी हरकत करने वालों को सजा मिल सके।
वहीं, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा आढ़त बाजार के महासचिव गुलजार सिंह ने कहा कि मतांतरण की घटना का पूरा सिख समाज विरोध करता है। इस प्रकार की घटना क्यों और कैसे हुई, इसकी पूरी जांच कराई जानी चाहिए। साथ ही इसमें शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। केंद्र सरकार को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
अध्यक्ष करीर सोसायटी, साडा विरसा साडी शान के अध्यक्ष डॉ. अमरजीत कौर ने कहा कि बेटियों के साथ हुई मतांतरण की घटना निंदनीय है। केंद्र सरकार को ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही हमारी सोसायटी से जुड़े लोग घटना से नाराज हैं। वह पल-पल का अपडेट ले रहे हैं। केंद्र को इसकी जांच करानी चाहिए।