ऋषिकेश। राज्य सरकार की ओर से घोषित लॉकडाउन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने आम नागरिकों की जरूरतों पर होमवर्क पूरा कर लिया है। ऋषिकेश सर्किल में ऐसे दुकानदारों को चिह्नित किया गया है जो आवश्यकता पड़ने पर लोगों को खाद्यान्न की होम डिलीवरी कर सकें। इसके साथ ही क्षेत्र की सीमाओं पर चैकसी बढ़ा दी गई है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए एक दिवसीय जनता करफ्यू के बाद लॉकडाउन की पुलिस के स्तर पर तैयारी की गई है। विशेष रूप से नागरिकों की जरूरतों को ध्यान में रखा गया है। इनमें खाद्यान्न, सब्जी, दवा आदि को प्राथमिकता में रखा गया है। इसके लिए पुलिस प्रशासन ने नगर तथा ग्रामीण क्षेत्र में परचून विक्रेताओं की सूची तैयार की है। इन विक्रेताओं से पुलिस के अधिकारियों ने ऐसी परिस्थिति में सहयोग के लिए सहमति भी प्राप्त कर ली है।
ऋषिकेश नगर और ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस प्रशासन ने 29 परचून विक्रेताओं की सूची तैयार की है। पुलिस उपाधीक्षक बी एस रावत ने बताया कि अभी पूरी गाइडलाइन प्राप्त नहीं हुई है। वर्तमान में परचून विक्रेताओं से लॉक डाउन के दौरान होम डिलीवरी की तैयारी की गई है। ऐसे परचून विक्रेताओं से बात कर उनके वाट्सएप नंबर सार्वजनिक किए जाएंगे।
क्षेत्र में लॉक डाउन के दौरान कुछ दवा विक्रेताओं को भी मेडिकल स्टोर खोलने की अनुमति दी जा रही है। सड़क पर बेवजह घूमने वालों पर पुलिस नजर रख रही है। ऋषिकेश से जुड़ी देहरादून जनपद की सीमा इंद्रमणि बडोनी चैक, रायवाला नेपाली फार्म पौड़ी और हरिद्वार जनपद की सीमा पशुलोक बैराज से प्रवेश करने वाले बाहरी वाहनों को फिलहाल रोका जा रहा है। यही व्यवस्था टिहरी जनपद सीमा पर लगाई गई है।शहर भर में जगह-जगह पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।
सोशल मीडिया में खड़े किए सवाल
ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट गंगा तट पर करीब 80 बेसहारा और बुजुर्ग सत्संग हॉल के नीचे बसर करते हैं। जनता कर्फ्यू के कारण पूरे दिन इन्हें खाना नहीं मिला। शाम को श्री गंगा सभा ने इन्हें भोजन उपलब्ध कराया। पुलिस की जानकारी में यह सब किया गया। मगर, कुछ लोगों ने इसे कर्फ्यू का उल्लंघन बता सोशल मीडिया पर सवाल खड़े कर दिए।
जनता कर्फ्यू का तीर्थ नगरी के लोगों ने पूरा सहयोग किया। त्रिवेणी घाट गंगा तट पर रहने वाले बेसहारा और बुजुर्ग इन लोगों का किसी ने ख्याल नहीं रखा। यहां रह रहे करीब 80 लोगों को दिन में खाना नहीं मिला। आस पास सब कुछ बंद था। श्री गंगा सभा को जब यह जानकारी मिली तो गंगा सभा की ओर से पंडित धीरेंद्र जोशी ने 80 लोगों के लिए किसी आश्रम से भोजन पैकेट तैयार कराएं। घाट चैकी पुलिस को जानकारी देने के बाद इन लोगों को रात्रि के लिए भी भोजन पैकेट दिए गए।
चैकी प्रभारी उत्तम रमोला ने बताया कि सत्संग भवन के नीचे रहने वाले लोगों को निश्चित अंतर के बीच रहने को कहा गया है। इन्हें गंगा सभा ने भोजन कराया जो पुलिस की जानकारी में है। इस मामले को कुछ लोगों ने सोशल मीडिया में यह कहकर वायरल किया कि कुछ लोगों ने कर्फ्यू का यहां भंडारा लगाकर उल्लंघन किया है। हालांकि, सोशल मीडिया में लोग इसका जवाब भी दे रहे हैं।