देहरादून : वनंतरा रिसार्ट में कार्यरत युवती की हत्या के मामले में एसआइटी करीब ढाई महीने बाद भी किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है।
एसआइटी न तो अब तक कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर पाई है और ना ही अब तक यह पता चल पाया है कि रिसार्ट में आने वाला वीआइपी कौन था।
वीआइपी के नाम का पर्दाफाश करने की मांग
स्वजन लगातार वीआइपी के नाम का पर्दाफाश करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन एसआइटी अब भी इस मामले में किसी वीआइपी का हाथ न होने की बात कह रही है। ऐसे में एसआइटी गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपितों का नार्को टेस्ट करा सकती है।
नार्को टेस्ट के लिए युवती के स्वजन लगातार मांग कर रहे हैं। ऐसे में अधिकारियों का कहना है कि एसआइटी को यदि जरूरत पड़ी तो टेस्ट के लिए न्यायालय में अर्जी दी जा सकती है। फिलहाल एसआइटी विवेचना में जुटी है।
तीनों आरोपितों को अलग-अलग जेलों में रखा गया है
आरोपितों से राज उगलवाने के लिए तीनों आरोपितों को अलग-अलग जेलों में रखा गया है, ताकि उनसे अलग-अलग पूछताछ की जा सके, लेकिन अब तक भी एसआइटी उनसे कुछ खास नहीं उगलवा सकी है।
बता दें कि पौड़ी की रहने वाली युवती की हत्या बीती 18 सितंबर को चीला नहर में धक्का देकर कर दी गई थी। इस मामले में रिसार्ट के मालिक पुलकित आर्य और उसके दो दोस्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
जांच में सामने आया है कि युवती पर रिसार्ट में आने वाले एक वीआइपी को स्पेशल सर्विस देने का दबाव बनाया था। एसआइटी ढाई महीने की जांच के बाद भी इस वीआइपी के नाम का पर्दाफाश नहीं कर पाई है।
इस मामले में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने बताया कि एसआइटी की जांच अभी जारी है। जल्द ही आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी। नार्को टेस्ट करवाने की जरूरत पड़ी तो इसके लिए न्यायालय में अर्जी दी जाएगी।