ऋषिकेश। देहरादून वन प्रभाग की ऋषिकेश रेंज के अंतर्गत मनसा देवी स्थिति लालपानी बीट में वन भूमि पर अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि वन भूमि के सीमांकन से अलग विभाग कार्रवाई कर रहा है। मौके पर स्थिति तनावपूर्ण होने के बाद रेंज अधिकारी ने पुलिस और बड़कोट रेंज से टीम को मौके पर बुलाया है। चार घंटे बाद भी गुस्साए ग्रामीणों के आगे विभाग बेबस नजर आ रहा है।
पिछले लंबे समय से वन भूमि पर निर्माण कार्य चल रहा है। मनसा देवी से सटे गुर्जर प्लाट के पास वन विभाग की टीम पूर्व में भी कार्रवाई करने आ चुकी है। शुक्रवार को भी रेंज अधिकारी ललित मोहन सिंह नेगी दो जेसीबी और वन कर्मियों को लेकर मौके पर पहुंचे। उपस्थित ग्रामीणों ने विभाग का यह कहकर विरोध किया कि मनसा देवी में घनी आबादी बसी है। विभाग की ओर से निर्माण स्थल से करीब आधा किलोमीटर दूर अपनी मुनारे लगाई गई हैं। इतना ही नहीं विभाग की ओर से यहां पर खाई भी खोदी गई थी। ग्रामीणों ने सीधा आरोप लगाया कि वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की जानकारी में यहां पर भवनों का निर्माण हुआ है। यदि तत्काल समय में ही निर्माण कार्य रोक दिया गया होता तो आज भवनों को तोड़ने की स्थिति पैदा नहीं होती।
विभाग की जेसीबी जैसे ही निर्माणाधीन भवनों को तोड़ने के लिए आगे बढ़ी तो कई लोग जेसीबी के नीचे खड़े हो गए। जिन्हें विभाग के कर्मचारियों ने पकड़ कर हटाया। मौके पर विरोध को देखते हुए विभागीय अधिकारी बेबस नजर आए। एआइसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला ने मौके पर पहुंचकर विभाग की भूमिका पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि पहले यहां बस्ती को आबाद कराने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई हो। उसके बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाए।
वहीं, रेंज अधिकारी ऋषिकेश ने पुलिस चौकी से पुलिस फोर्स बुलाया है। इसके अतिरिक्त बड़कोट रेंज से भी रेंजर धीरज सिंह रावत के साथ टीम को बुलाया गया है।