ऋषिकेश। कोरोना महामारी से जूझ रहे परिवहन व्यवसायियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा वाहनों का टैक्स व बैंक ऋण माफ करने की मांग को लेकर संयुक्त रोटेशन टैक्सी मैक्स ई संचालक समिति ने विधानसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा। समिति ने दो वर्षों से ठप चारधाम यात्रा और पर्यटन व्यवसाय को देखते हुए परिवहन व्यवसायियों के पक्ष में उचित फैसला लेने की मांग की है।
शुक्रवार को संयुक्त रोटेशन टैक्सी, मैक्सी, संचालक समिति ऋषिकेश लक्ष्मणझूला के प्रतिनिधियों ने विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से उनके कैंप कार्यालय में मुलाकात की। समिति से जुड़े गढ़वाल मंडल टैक्सी मालिक व चालक एसोसिएशन के अध्यक्ष विजयपाल रावत ने बताया कि विगत वर्ष ठीक चार धाम यात्रा से पूर्व पूरे देश में लॉकडाउन जारी हो गया था। जिससे चार धाम यात्रा ठप हो गई थी। इस वर्ष भी चार धाम यात्रा स्थगित कर दी गई है। उत्तराखंड में ज्यादातर परिवहन व्यवसाय चारधाम यात्रा और पर्यटन काल पर ही निर्भर रहते हैं। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों से लगातार बन रही परिस्थितियों के कारण पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह से खत्म हो गया है। व्यवसायियों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
उन्होंने बताया कि परिवहन व्यवसायियों ने विभिन्न माध्यमों से सरकार से मदद की गुहार लगाई है, मगर, अभी तक सरकार की ओर से कोई राहत होने नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि बड़े ट्रांसपोर्टरों के साथ टैक्सी, मैक्सी, कैब संचालक भी बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। इसलिए सरकार को चाहिए कि अविलंब सभी परिवहन व्यवसायियों को आर्थिक सहायता वह राहत प्रदान की जाए।
उन्होंने सभी कमर्शियल वाहनों का दो वर्ष का टैक्स माफ करने, वाहन संचालकों, चालक व परिचालकों को आर्थिक सहायता देने, वाहनों के इंश्योरेंस की अवधि एक वर्ष तक बढ़ाने की मांग की। समिति ने 50 फीसद क्षमता पर वाहनों के संचालन की स्थिति में किराया बढ़ाए जाने तथा करोना काल में ऑल इंडिया परमिट वाले वाहनों से 25 हजार रुपये परमिट फीस न लिए जाने की मांग की है।
ज्ञापन सौंपने वालों में जीप कमांडर सुमो एसोसिएशन के अध्यक्ष बलवीर सिंह नेगी, डीलक्स टैक्सी, मैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत डंग, इनोवा टैक्सी मैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण, राधेश्याम व्यास, बिजेंदर कंडारी आदि मौजूद थे।