देहरादून। हफ्ताभर पहले ही मुख्यमंत्री पदभार संभालने वाले तीरथ सिंह रावत की बेबाक बयानी विवादों के चलते सुर्खियां बटोर रही है। एक के बाद एक तीन विवादित बयानों की वजह से इन दिनों वह इंटरनेट मीडिया में ट्रोल हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत पहले से ही अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते रहे हैं। वह कोई भी बात बेहद सीधे और सपाट शब्दों में कहते हैं। अहम पदभार संभालने के बाद उनके विवादित बयानों पर देशभर में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। यहां तक कि वह इंटरनेट मीडिया में भी लगातार ट्रोल हो रहे हैं। #rippedjeans से 1.94 लाख यूजर्स उन्हें ट्रोल कर चुके हैं। इतना ही नहीं इन बयानों के जरिये जरिये मुख्यमंत्री ने विपक्ष को भी बैठे-बिठाए सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया है।
- पहला विवादित बयान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री शाह जी के यहां पेशी लगेगी तो क्या दिक्कत है : मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्त्ताओं को संबोधित करते हुए हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कुंभ को लेकर कोई रोक-टोक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को साफ कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह जी के यहां मेरी पेशी लगेगी वे पूछेंगे, डांटेंगे तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन कुंभ के अखाड़ों, व्यापारियों और लोगों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
- दूसरा विवादित बयान: आने वाले समय में लोग मोदी को भगवान मानने लगेंगे : मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हरिद्वार में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी का चमत्कार है। वह लोगों को कहते हैं त्रेता व द्वापर युग में राम व कृष्ण हुए हैं। राम ने भी यही समाज का काम किया था तो उन्हें भगवान मानने लगे। आने वाले समय में भी लोग नरेंद्र मोदी को उसी रूप में मानने लगेंगे। जो काम नरेंद्र मोदी कर रहा है उसकी जयजयकार है। मोदी है तो मुमकीन है।
- तीसरा विवादित बयान: घुटनों में फटी हुई जींस पहनकर क्या संस्कार देंगे : मुख्यमंत्री ने देहरादून में बाल अधिकारी संरक्षण आयोग द्वारा बच्चों में बढ़ती नशे की प्रवृति विषय पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए सबसे विवादित टिप्पणी कर डाली। उन्होंने कहा कि जब वह युवाओं को फटी जींस पहनकर घूमते देखते हैं तो उन्हें आश्चर्य होता है। उन्होंने एक संस्मरण का जिक्र करते हुए कहा कि वह जयपुर से दिल्ली की फ्लाइट पर बैठे हुए थे। उनके बगल में एक महिला बैठी हुई थी। महिला एक एनजीओ चलाती थी जबकि उसके पति एक कालेज में प्रोफेसर थे। उस महिला ने पांव में गमबूट और घुटनों में फटी जींस पहनी हुई थी। महिला के साथ उसके दो बच्चे भी थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, एनजीओ चलाती हैं, घुटने फटे दिख रहे हैं, समाज के बीच में जाती हैं, बच्चे साथ में है। क्या संस्कार दे रही हैं।
इसी कार्यक्रम में उन्होंने एक ओर संस्मरण सुनाया। उन्होंने कहा कि वह श्रीनगर कालेज में पड़ते थे। एक लड़की चंडीगढ़ से आई थी। उसने हाफ कट पहना हुआ था। लड़के ऐेसे देख रहे थे कि कोई मुंबई से आ गई। कुछ दिन उसका खूब मजाक बना। यूनिवर्सिटी में पढ़ने आई हो और बदन दिखा रही हो, क्या होगा।