देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत के इंटरनेट मीडिया पर जारी पोस्टर ‘जय श्री गणेश’ ने सियासत को गर्मा दिया है। यह पोस्टर अब विवादों के केंद्र में है। भाजपा ने इसके लिए कांग्रेस से सार्वजनिक माफी की मांग की है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल को आगे कर ‘जय श्री गणेश’ के उद्घोष के साथ पार्टी के हर कार्यक्रम को शुरू करने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने गोदियाल को केंद्र में रखकर ‘जय श्री गणेश’ पोस्टर जारी किया। पोस्टर में गणेश गोदियाल भगवान गणेश के सामने हाथ जोड़कर खड़े हैं। इसके नीचे उन्हें देव वेशभूषा में विभिन्न अस्त्रों से प्रहार करते हुए दिखाया गया है।
गोदियाल को वज्र से महिला अपमान, त्रिशूल से महंगाई और कोरोना के बढ़ते संक्रमण, चक्र से बेरोजगारी, तीर से गरीबी, नागपाश से भ्रष्टाचार और दलबदल और फरसे से कुशासन और ठप विकास पर प्रहार करते हुए दर्शाया गया है। इंटरनेट मीडिया पर यह पोस्टर चर्चा का विषय बन गया है। उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कांग्रेस की ओर से जारी पोस्टर पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि यह वही कांग्रेस है, जिसने एक बार सोनिया गांधी को देवी के रूप में प्रदर्शित किया था, लेकिन तब जनता ने उसे सबक सिखाया। उन्होंने कहा कि राममंदिर के अस्तित्व को नकारने वाले लोग आज फिर से ऐसी हरकतों पर उतारू हो गए हैं। जनता इन्हें सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म को अपमानित करने का किसी को कोई अधिकार नहीं है। कांग्रेस को अपने कृत्य के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।