देहरादून। विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस बीमारी के संबंध में जनता को जागरूक करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि टीबी रोग के प्रति लोगों में जानकारी का अभाव है और यह दिन टीबी से स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था पर पड़ने वाले विनाशकारी प्रभाव के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने और वैश्विक टीबी महामारी को समाप्त करने के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है।
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि देश में टीबी फैलने का मुख्य कारण इस बीमारी के लिए लोगों का सचेत न होना और इसे शुरूआती दौर में गंभीरता से न लेना है। उन्होंने कहा कि टीबी किसी को भी हो सकता है, लेकिन नियमित दवा के सेवन से यह ठीक भी हो जाता है।
उन्होंने कहा कि समाज को क्षय रोग से मुक्त करने में हमारी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली और निजी सेवा प्रदाता भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिसके लिए वे साधुवाद के पात्र हैं। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों से अनुरोध किया कि अन्य लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करने का संकल्प लें ताकि इसे जड़ से खत्म किया जा सके। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारी सरकार 2025 तक टीबी को खत्म करने के भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।