उत्तराखंड में वैक्सीनेशन की रफ़्तार धीमी पड़ रही है।अभी प्रदेश की आधे से अधिक आबादी को पहली डोज वैक्सीन नही लगी है,दो दिन वैक्सिनेशन का कार्यक्रम चलता है औऱ इतने में ही वैक्सीन की समाप्त होने की खबरे प्रदेश के लगभग हर जिले से आती है ऐसे में सवाल उठता है कि अभी प्रदेश को पहली डोज का ही इंतजार करना पड़ रहा है तो दूसरी डोज कब प्रदेश वासियों को लगेगी,आलम ये है कि शहरों के लोग गावों में वैक्सिनेशन के लिये पहुँच जा रहे हैं जहां गाँव वालों की हिस्से की वैक्सीन वो लगवा रहे ऐसे में गाँव वालों को उनका विरोध करने की घटनायें प्रदेश में सुनाई दे रही है, ऐसे में सरकार की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
वैक्सिनेशन का कार्यक्रम उत्तराखंड में बहुत ही सुस्त चाल से चल रहा है,तमाम वैक्सीनेशन के सेंटर्स में वेक्सीनेशन की ड्राइव प्रभावित है बताते चले की 45 वर्ष से ऊपर की आयु वाले उत्तराखंड में लगभग 27 लाख लोग हैं …. जिनमे से 21 लाख लोगों को वैक्सीन की पहली डोज़ लग चुकी है और 5 लाख 50 हज़ार लोगो को वैक्सीनशन की दोनों डोज़ लग चुकी है डीजी हेल्थ ने कहा कि लगभग 18 लाख लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज़ लगनी अभी बाकी है। ऐसे में एक बड़ी संख्या है जिनको दूसरी डोज़ की ज़रूरत पड़ने वाली है ऐसे में उत्तराखंड में वैक्सीन सेंटर्स प्रभावित दिखाई दे रहे है वही ड़ीजी हेल्थ ने वैक्सीनेशन को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि कल उत्तराखंड को एक लाख वैक्सीन की डोज़ कल मिली है उन्होंने कहा की केंद्र से जैसे जैसे वैक्सीन की डोज़ मिल रही है उसी के हिसाब से लोगो को वैक्सीनेट किया जा रहा है ।
– तृप्ति बहुगुणा -डीजी हेल्थ