अटल उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में आम आदमी ने सरकारी शिक्षा व्यवस्था पर दोबारा विश्वास करना शुरू किया है। यह विश्वास टूटना नहीं चाहिए। यदि यह विश्वास टूट गया तो फिर कभी नहीं बन पाएगा। सोमवार को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने अटल उत्कृष्ट स्कूलों के प्रधानाचार्य के प्रशिक्षित कार्यक्रम में भावुक अपील की।
कहा कि एक छात्र को बेहतर से बेहतर गुणवत्तावपरक शिक्षा मुहैया कराने के लिए शिक्षा विभाग का प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षक सामुहिक भावना से काम करें। ननूरखेड़ा स्थित सीमेट सभागार में आयोजित पांच दिन के प्रशिक्षण कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए मंत्री ने प्रधानाचार्यों को आधुनिक तकनीक से भी लगातार जुड़े रहने को कहा। कहा कि उत्तराखंड बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड में काफी अंतर है। सीबीएसई बोर्ड में स्कूल प्रधानाचार्य को सूचनाओं के लिए स्वयं भी सक्रिय रहना होगा।प्रधानाचार्य और पूरा स्टॉफ केवल अपने स्कूल और उसके सभी फीडर प्राथमिक स्कूलों पर फोकस करें। बाकी विभागीय चिंताओं को छोड़ दे। इस मौके पर उन्होंने प्रशिक्षण के माडयूल को भी लांच किया।महानिदेशक-शिक्षा बंशीधर तिवारी ने कहा कि स्कूल का प्रधानाचार्य स्कूल की धुरी होता है। सभी फीडर स्कूलों को भी नियमित रूप से दिशानिर्देश देते रहें।