देहरादून। केदारनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब पैदल सफर थकान भरा नहीं होगा। इसके लिए केदारनाथ यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कैफे, रेस्ट रूम और शेल्टर का निर्माण किया जा रहा है। मकसद यह कि श्रद्धालु इस यात्रा को निर्बाध रूप से पूरी कर सकें। आपदा की स्थिति में भी श्रद्धालुओं को सुरक्षित रखने के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है। पांच नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन यात्री सुविधाओं का लोकार्पण भी करेंगे।
नए कलेवर में निखर रहा केदारनाथ धाम
केदारनाथ धाम में प्रतिवर्ष 10 लाख से अधिक यात्री बाबा केदार के दर्शन के लिए आते हैं। वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद से ही केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। इसके तहत यहां मंदाकिनी और सरस्वती नदियों पर सुरक्षा दीवार बनाने का कार्य हो चुका है। केदारनाथ धाम नए कलेवर में निखर रहा है। आस्था पथ का निर्माण हो चुका है। आदि शंकराचार्य की समाधिस्थल का पुनर्निर्माण किए जाने के साथ ही यहां उनकी प्रतिमा भी स्थापित की गई है।
यात्रा मार्ग पर 24 घंटे तैनात रहेगी पुलिस
इसके साथ ही सरकार अब गौरीकुंड से केदारनाथ तक के तकरीबन 16 किमी पैदल यात्रा मार्ग पर भी यात्री सुविधाएं विकसित कर रही है। इसके तहत यहां शौचालय और आरामगृह भी बनाए जा रहे हैं। यात्रा मार्ग पर पुलिस 24 घंटे तैनात रहे, इसके लिए पुलिस बैरेक का निर्माण भी किया जा रहा है। देखा जाए तो केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही केदारपुरी को नए कलेवर में निखारने में जुटे हुए हैं।
पीएम मोदी स्वयं कर रहे हैं इसकी मानीटरिंग
केदारपुरी के पुनर्निर्माण पर केंद्र सरकार सीधे नजर रख रही है और यह प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। वह स्वयं इसकी मानीटरिंग कर रहे हैं। इस सबका ही नतीजा है कि केदारनाथ में प्रथम चरण के करीब ढाई सौ करोड़ रुपये के काम पूर्ण हो चुके हैं और द्वितीय चरण में लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुपये के कार्य शुरू होने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी पांच नवंबर को इन कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। जाहिर है कि बेहतर सुविधाएं विकसित होने से केदारनाथ के प्रति श्रद्धालुओं का आकर्षण और भी बढ़ा है।