प्रदेश में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सोविनियर तैयार होंगे। इससे युवाओं, महिलाओं के लिए स्वरोजगार की राह खुलेगी। मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधू ने एमएसएमई की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। मुख्य सचिव डॉ.संधू ने कहा कि प्रदेश में सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों का अत्यधिक महत्व है।
चारधाम यात्रा के दौरान प्रदेश में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। मुख्य सचिव ने श्रद्धालुओं के लिए सोविनियर तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सोविनियर के लिए डिजाइन, गुणवत्ता, उत्पादन और मार्केटिंग पर फोकस किया जाए। मुख्य सचिव ने साइज और पैकेजिंग पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही, ताकि श्रद्धालुओं को इन्हें ले जाने में किसी प्रकार की परेशानी न हो।
मुख्य सचिव ने शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने राज्य स्तर व जिला स्तर पर शिकायतों के निस्तारण को प्राथमिकता देने की बात कही। कहा कि किसी भी प्रकार की योजना को लाने के लिए निवेशकों से सुझाव जरूर लिए जाएं। उनके सामने आ रहीं समस्याओं के निराकरण पर फोकस करते हुए निवेशकों को अधिक से अधिक सपोर्ट किया जाए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना सहित अन्य योजनाओं के संबंध में फील्ड स्तर पर फीडबैक जरूर लिया जाए, ताकि उद्यमियों की ओर से योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लिया जा सके। उन्होंने एक जिला, दो उत्पाद को बढ़ावा देने, इन्हें ग्रोथ सेंटरों से जोड़ने को भी कहा। विभागीय प्रक्रिया को सरल बनाने के निर्देश दिए, ताकि सिंगल विंडो से निवेशकों को लाभ मिले। इस मौके पर सचिव डॉ.पंकज कुमार पांडेय, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा, निदेशक सुधीर नौटियाल आदि अधिकारी मौजूद रहे।