देहरादून। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय समन्वय बैठक बुधवार से दून में शुरू होने जा रही है। पहले दिन संघ और भाजपा के मध्य होने वाली बैठक को अधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसमें भाजपा संगठन और सरकार के कामकाज के साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर भी मंथन हो सकता है। अगले दो दिन, यानी 29 व 30 जुलाई को प्रदेश में सेवा कार्यों में जुटे संघ से जुड़े 35 संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ उनके कामकाज पर मंथन होगा।
दून पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं उत्तराखंड प्रभारी दुष्यन्त कुमार गौतम। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने किया उनका स्वागत।
समन्वय बैठकों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार व डा कृष्ण गोपाल मौजूद रहेंगे। भाजपा के साथ होने वाली समन्वय बैठक में पार्टी की ओर से राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष, राष्ट्रीय महामंत्री एवं उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और चारों प्रांतीय महामंत्री उपस्थिति रहेंगे। भाजपा के दृष्टिकोण से यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है।
भाजपा के नजरिये से देखें तो प्रदेश में पिछले चार माह में परिस्थितियां काफी बदली हैं। इस वक्फे में सरकार में दो बार नेतृत्व परिवर्तन हुआ, तो पार्टी के प्रांतीय नेतृत्व में भी बदलाव किया गया है। ऐसे में संगठन और सरकार के कामकाज को लेकर संघ कुछ नए सुझाव दे सकता है। असल में राज्य में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव हैं। इसमें भाजपा के सामने वर्ष 2017 जैसा प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है। तब भाजपा ने विधानसभा की 70 में 57 सीटें जीतकर इतिहास रचा था।
अब बदली परिस्थितियों में विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के कौशल की भी परीक्षा होनी है। हालांकि, पार्टी चुनावी तैयारियों में जुट गई है और उसने दिसंबर तक के अपने कार्यक्रम भी तय कर दिए हैं, लेकिन चुनावी दृष्टि से कार्यक्रमों को नई धार देने की आवश्यकता भी शिद्दत से महसूस की जा रही है। माना जा रहा है कि इस दृष्टिकोण से भी समन्वय बैठक में नई रणनीति तय की जा सकती है।